मोदी के विरोध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (7 जुलाई) को राजस्थान के अपने एक दिवसीय दौरे के तहत सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद किया। इसके लिए प्रधानमंत्री-लाभार्थी जनसंवाद नाम से रैली का आयोजन किया गया लेकिन इस मौके पर वे लोग रैली पंडाल में कथित तौर पर प्रवेश नहीं पा सके जिन्होंने काले कपड़े पहने हुए थे। जिन लोगों ने काली शर्ट, काली पैंट या काली बनियान में से कोई भी कपड़ा पहना हुआ, उन्हें भी एंट्री नहीं मिली। कुछ लोगों ने दावा किया कि प्रवेश द्वार पर सुरक्षा जांच के दौरान उनकी काली बनियान तक को उतरवाकर देखा गया और फिर लौटा दिया गया। काले कपड़े पहनकर आने वाले लोगों ने रैली में शामिल न हो पाने पर मायूसी बयां की। किसी ने कहा कि उनके साथ आए बाकी लोग पंडाल में प्रवेश पा गए हैं लेकिन काले कपड़े पहने होने के कारण उन्हें बाहर रोक दिया गया। कुछ एक लोगों ने यहां तक दावा किया के उन्होंने शर्ट बदल ली लेकिन पेंट काली होने कारण उन्हें लौटा दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी वर्ष झुंझनू में एक रैली के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की रैली में कुछ लोगों ने विरोध स्वरूप काले झंडे दिखाए थे। इसी आशंका के चलते इस बार पहले से एहतियात बरती गई और रैली पंडाल में काले कपड़ों पर बैन लगा दिया गया। बता दें कि रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान को करीब 2100 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार दिया। पीएम मोदी ने 13 शहरी परियोजनाओं के शिलान्यास का अनावरण किया। इस दौरान सूबे की सरकार की 12 योजनाओं से लाभ पाने वाले लोगों के अनुभवों को भी ऑडियो विजुअल माध्यम से दिखाया गया, जिसका संचालन खुद सीएम राजे ने किया। अपने एक दिवसीय दौरे के तहत सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद किया। इसके लिए प्रधानमंत्री-लाभार्थी जनसंवाद नाम से रैली का आयोजन किया गया लेकिन इस मौके पर वे लोग रैली पंडाल में कथित तौर पर प्रवेश नहीं पा सके जिन्होंने काले कपड़े पहने हुए थे। भव्य मंच, विशाल शामियाना, मंझे कलाकार, अभिभूत करने वाली कहानियां और ढाई लाख दर्शक. मजमून देखकर लग रहा है कि किसी बड़े नाटक के मंचन की बात हो रही है, लेकिन यह कथानक है जयपुर में हुए ‘प्रधानमंत्री लाभार्थी जनसंवाद’ का. इस कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकार की 12 फ्लैगशिप योजनाओं के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रूबरू होना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कार्यक्रम में मोदी ने तो लच्छेदार भाषण दिया मगर राजस्थान के 33 ज़िलों से आए लगभग 2.5 लाख लाभार्थियों में से एक को भी अपने मन की बात कहने का मौका नहीं मिला। कार्यक्रम में मुखालफत का खौफ सरकार पर किस हद तक हावी रहा इसका अंदाज़ा सभा स्थल पर काले रंग की सभी चीज़ों के निषेध से लगाया जा सकता है. काले कपड़े पहने किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम में प्रवेश नहीं मिला. सुरक्षाकर्मियों ने लोगों से काली बनियान और मोजे तक उतरवा लिए. काली पगड़ी पहने एक सिख लाभार्थी को तो अंदर जाने के लिए ऊपर भाजपा का दुपट्टा लपेटना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे हुए है। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए उसे बैलगाड़ी करार दिया है। जिस वक़्त मोदी भाषण दे रहे थे ठीक उसी वक़्त कुछ लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
ऐसा तब हुआ जब जनसभा में जाने वालों लोगों पर काला कपड़ा पहनने तक पर कड़ी नज़र रखी हुई थी और उसपर प्रतिबंध लगा दिया था। तब भी उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा और उनके खिलाफ वापस जाओ के नारे भी लगे

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