उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का रामायण काल का ज़िक्र करना और सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी बताने के बाद अब उनपर चारों तरफ से आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया है। दरअसल डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बेतुके बयान देने वालों में अपना नाम शामिल करवा लिया है। उन्होंने रामायण काल का ज़िक्र करते हुए सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी करार दिया है। उनका कहना है कि सीता का जन्म मिट्टी के घड़े से हुआ था, यानी उस समय भी टेस्ट ट्यूब से बच्चों के पैदा होने की तकनीक मौजूद थी। उपचुनाव में हार के बाद उम्मीद की जा रही थी बीजेपी के नेताओं में संजीदगी आएगी मगर ऐसा हुआ नहीं। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बेतुके बयान देने वालों में अपना नाम शामिल करवा लिया है। उन्होंने रामायण काल का ज़िक्र करते हुए सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी करार दिया है। उनका कहना है कि सीता का जन्म मिट्टी के घड़े से हुआ था, यानी उस समय भी टेस्ट ट्यूब से बच्चों के पैदा होने की तकनीक मौजूद थी।
बात यहीं नहीं रुकी। उन्होंने नारद मुनी को दुनिया का पहला पत्रकार भी ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता कोई आधुनिककाल से शुरू नहीं हुई थी, ये महाभारत काल से चली आ रही है। उन्होंने आगे कहा, “आपका गूगल तो अभी शुरू हुआ है, लेकिन हमारा गूगल बहुत पहले ही शुरू हो गया था। नारद मुनि ज्ञान के भंडार थे। वह तीन बार नारायण कह कर कहीं भी पहुंच सकते थे और किसी को भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर संदेश पहुंचा सकते थे।” उन्होंने कहा कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन, प्लास्टिक सर्जरी, गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत, परमाणु परीक्षण और इंटरनेट जैसी तमाम आधुनिक प्रक्रियाएं पौराणिक काल में ही शुरू हो गई थीं। इससे पहले बीजेपी के कई नेता रामायण और महाभारत को लेकर विवादित बयान देकर पार्टी की कई बार फजीहत करा चुके हैं। 18 अप्रैल को त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने अगरतला में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि देश में महाभारत युग में भी तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध थीं, जिनमें इंटरनेट और सैटेलाइट भी शामिल थे। उन्होंने कहा था कि महाभारत के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर धृतराष्ट्र को बताया था कि कुरुक्षेत्र के मैदान में युद्ध के दौरान क्या-क्या हो रहा है। इसका मतलब यह है कि उस समय भी इंटरनेट और सैटेलाइट थे। डिप्टी सीएम ने कहा कि आज जिस गूगल को आप लोग हर विषय के जानकार के रूप में जानते हैं, महाभारत काल में एक विशेष चरित्र हुआ करता थे ‘नारद’ मुनि जो कभी भी, कहीं भी पहुंच जाते थे और हर समस्या का निदान सुझा देते थे। वह भी केवल तीन बार नारायण-नारायण बोलकर। पल भर में कोई भी संदेश कहीं भी पहुंचा देते थे।” उन्होंने कहा, हमें अपने गौरवशाली अतीत को कभी नहीं भूलना चाहिए। इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा पर करारा तंज कसा है। तेजस्वी यादव ने दिनेश शर्मा के ‘महाभारत काल से ही शुरू हो गई थी पत्रकारिता’ वाले खबर को शेयर करते हुए लिखा है, “और 2014 से 2017 के दौरान पत्रकारिता समाप्त हो गई।” साथ ही उन्होंने डिप्टी सीएम को धन्यवाद भी दिया है। सोशल मीडिया पर एक कार्यक्रम का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें शर्मा को कहते सुना जा सकता है, ‘हमें यह पता लगता है कि राम चन्द्र जी जब (लंका से) लौटे तो पुष्पक विमान से वापस आए। उस समय भी विमान था। हम हर टेक्नोलॉजी को, जैसे कहते हैं कि सीता जी का जन्म हुआ तो घड़े से हुआ, तो उस समय टेस्ट ट्यूब बेबी का कोई ना कोई प्रोजेक्ट रहा होगा।
उन्होंने कहा, ‘जनक जी ने जो हल चलाया और घड़े के अंदर से निकली बेबी सीता जी बन गई, ये कोई ना कोई टेक्नोलॉजी, जैसे आजकल का टेस्ट ट्यूब बेबी है, वैसा कुछ रहा होगा।’ ऐसे बिना पढ़े लिखे लोग नेता हो जाते है सिर्फ पैसे के दम पर सत्ता में आते है जनता को डरा धमका कर।