कांग्रेस में हुई बगावत और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जुड़ने से शुरू हुई मध्य प्रदेश की सियासी उठापटक अब अंतिम दौर की तरफ बढ़ रही है जहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज फ्लोर टेस्ट होना है तो वहीं देर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ने कांग्रेस के 16 बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं. फिलहाल ये सभी विधायक बेंगलुरु में हैं।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर से कांग्रेस के बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर नहीं करने को लेकर सवाल किया था. इसके साथ ही शीर्ष कोर्ट ने सीएम कमलनाथ को आज शाम पांच बजे तक बहुमत हासिल करने को कहा है।
स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा कि जिन 16 विधायकों ने 10 मार्च को इस्तीफा दिया था उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने एमपी के सीएम कमलनाथ को आज शाम 5 बजे तक बहुमत साबित करने को कहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा में 20 मार्च यानी शुक्रवार को शक्ति परीक्षण (फ्लोर टेस्ट) करवाने का आदेश दिया और साथ ही कहा कि यह प्रक्रिया शाम पांच बजे से पहले पूरी हो जानी चाहिए. कोर्ट के अनुसार, फ्लोर टेस्ट हाथ उठाए जाने (शो ऑफ हैंड) के साथ पूरी होगी.
न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता की पीठ ने कहा कि राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता के कारण फ्लोर टेस्ट करवाना जरूरी हो गया है.
इससे पहले कमलनाथ सरकार में पूर्व कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 22 विधायक 9 मार्च को अचानक भोपाल से बैंगलुरु पहुंच गए थे. इन विधायकों ने 10 मार्च को इस्तीफा दे दिया था. स्पीकर एनपी प्रजापति ने उन 6 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था जो राज्य सरकार में मंत्री थे, लेकिन 16 विधायकों का इस्तीफा लंबित था.
आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है इस फ्लोर टेस्ट से पहले अब कांग्रेस के पास निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों को जोड़कर 99 विधायक का समर्थन है जबकि बीजेपी के 104 विधायक हैं ऐसे में अगर बीजेपी में टूट नही होती है तो कांग्रेस सरकार का बचना असम्भव है।