
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर कार्य समिति की समीक्षा बैठक के दौरान अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का गुस्सा कुछ बड़े नेताओं पर फूटा और उन्होंने उनके लिए बहुत कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया।
शनिवार को यहां हुई कार्य समिति की बैठक में वाड्रा ने कठारे शब्दों का इस्तेमाल किया और बैठक में मौजूद पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं पर उनका लिए बरसते हुए कहा,”कांग्रेस के हत्यारे इसी कमरे में बैठे हैं।”
प्रियंका ही नहीं पूरा गांधी परिवार इन नेताओं की काम करने की शैली से नाराज है।
चार घंटे चली बैठक में इसी नाराजगी का इजहार करते हुए सोनिया गांधी ने एक शब्द नहीं बोला। उनकी चुप्पी भी इशारा कर रही थी कि पार्टी को कमजोर करने में उनके ही कुछ नजदीकी लोग शामिल है।
उन्होंने बताया कि प्रियंका का गुस्सा तब फूटा जब राहुल गांधी ने वहां मौजूद कुछ वरिष्ठ नेताओं के नाम लिए और कहा कि उन्होंने अपने बेटों को टिकट देने के लिए दबाव बनाया था लेकिन चुनाव के समय जो संकट सामने था पार्टी को उससे बाहर निकालने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया।
यह भी कहा कि राहुल गांधी को एक महीने तक उनके इस्तीफे के कदम के बारे में विचार करने की राय भी उन्होंने ही दी थी। यहां तक कहा जा रहा है कि पिछले दो दिन से वह राहुल गांधी के संपर्क में हैं और उन्होंने कुछ काग्रेस नेताओं की कार्यशैली पर अपनी नाराजगी दर्ज की है। यह भी बताया कि पिछले दो दिन से सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधीसमिति की बैठक के बाद पैदा हुई राजनीतिक स्थित पर लगातार परस्पर विचार विमर्श कर रहे हैं।
सोनिया गांधी ने उनके आवास पर मिलने गये पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इन नेताओं में श्रीमती सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट तथा पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल शामिल थे।
संकट के समय धैर्य ही काम आता है ,गुस्सा अक्ल को खा जाताहै। अत:महामंत्री जी से अनुरोध है दोषियों को पहचान लेने के बाद उनपर कार्यवाही करे नैतिकता के आधार पर पार्टी हित को ध्यान रखते हुए ऐसे लोगो को पद मुक्त कर कर देना चाहिए।