
राहुल गांधी की प्रतिष्ठा पर खड़े हुए संकट के दौरान प्रियंका गांधी एक चट्टान की तरह भाई राहुल गांधी के साथ खड़ी हैं। उन्होंने राहुल गांधी को सलाह दी कि यदि वो इस्तीफा देते हैं तो बीजेपी की चाल में फंस जायेंगे। सोनिया गांधी की तरह प्रियंका गांधी ने भी साबित कर दिया है कि वो राजनीति में पद और प्रतिष्ठा के लिए नहीं बल्कि सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की सेवा के लिए आयी है।
सीनियर कांग्रेसियों का एक गुट प्रियंका को कांग्रेस की कमान हस्तांतरित करने की तैयारी कर चुका था, लेकिन प्रियंका ने दूरदर्शिता और निस्वार्थ भाव का प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद पर परिवर्तन की सुगबुगाहट को शुरू होने से पहले ही दफ्न कर दिया। लोकसभा चुनावों में दक्षिण के दो राज्यों को छोड़ कर शेष भारत में कांग्रेस के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी पर दवाब था कि वो अपने पद से इस्तीफा देकर किसी अन्य नेता को जिम्मेदारी सौंपें। ऐसी भी खबरें हैं कि राहुल अपनी तय रणनीति के तहत CWC में अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं और अपने निर्णय पर अटल है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा है कि अगर राहुल गांधी इस्तीफा देंगे तो साउथ के कांग्रेसी कार्यकर्ता आत्महत्या कर लेंगे। ऐसा भी बताया जाता है कि राहुल गांधी ने CWC की बैठक में जिन तीन वरिष्ठ कांग्रेसियों पर गुस्सा जाहिर किया उनमें से एक नाम पी. चिदम्वरम का भी है। इसके अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम भी बताया जा रहा है।
प्रियंका ने कहा कि इस बारे में वो खुद राहुल गांधी और यूपीए की चेयर पर्सन सोनिया गांधी से खुद बात कर चुकी हैे और पार्टी नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं और वो ही करेंगे। पार्टी सूत्र बताते हैं कि प्रियंका ने उस सीनियर नेता से बड़े विनम्रता से कहा कि राहुल गांधी का विकल्प ढूढने के बजाये पार्टी को मजबूत बनाने के विकल्पों के बारे में सोचना शुरू करें। प्रियंका के तेवरों से लग रहा था कि अगर राहुल पार्टी के संगाठनिक ढांचे में फेरबदल करते हैं तो सबसे पहला नाम प्रियंका के सामने अध्यक्ष बनने का अनौपचारिक प्रस्ताव रखने वाले इसी ‘सीनियर नेता’ का हो सकता है। बताते हैं कि इसके बाद प्रियंका ने मां सोनिया गांधी से फोन पर बात की और फिर तुरंत राहुल गांधी के घर पहुंच गयी। प्रियंका ने राहुल को सारी स्थितियों से अवगत कराया
Rahul Gandhi ji ek nirbhik rasterbhakt ha unaki rajnetik asafalata ka karan Rahul ji ke rajaniti men parwesh se pahala hi wirodhiyon duwara suniyojit plan ke tahat ridiculous karana ha