
राजस्थान में पूर्व की वसुंधरा सरकार ने राजस्थान को बलात्कार के मामले में तीसरे स्थान पर ला दिया था सिस्टम को पंगु बनाने का काम भाजपा ने किया था इसी के चलते विस चुनावो में उनको सत्ता गंवानी पडी थी
थानागाजी अलवर में हुए गैंगरेप के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पुलिस थाना, थानागाजी अलवर में पंजीबद्ध घृणित सामूहिक दुष्कर्म के मामला बेहद निंदनीय है, इसमें लिप्त अपराधियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये हैं।
पुलिस द्वारा किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता पाई जाने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। महिला सुरक्षा के प्रति सरकार पूर्णतया प्रतिबद्ध है एवं इस ओर विशेष ध्यान देने हेतु समस्त पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
इस घटना में लिप्त अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने के लिए करीब एक दर्जन दलों का गठन किया गया है एवं एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पीड़िता व उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जा रही हैं।
इससे पूर्व राज्य सरकार ने थानागाजी गैंगरेप पीडि़ता को अनुसूचित जाति-जन जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) नियम-1989 नियम 1995 एवं यथा संशोधित नियम 2018 के नियम 12(4) के प्रावधानों के तहत 4 लाख 12 हजार 500 रूपए की अंतरिम सहायता राशि स्वीकृत की है। ग्रह विभाग के निर्देशानुसार पीडि़त परिवार को सुरक्षा प्रदान की गयी है
आपको बता दे कि अब तक इस मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं और कई पुलिस अधिकारियौ को लाइन हाजिर करने के साथ सस्पेंड भी किया गया है, कांग्रेस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए कडी से कडी सजा दिलाने का भी विश्वास दिलाया है वही विपक्ष इस संवेदनशील मुद्दे पर भी घटिया राजनीति कर रहा है, आपको बता दे कि विपक्ष ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगा हैं