
कन्नूर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने थालास्सेरी में CPIM कार्यकर्ता पारा कांडी पवित्रण की हत्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 7 कार्यकर्ताओं को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। CPIM के कार्यकर्ता पाराकांडी पवित्रण की हत्या नवंबर, 2007 में कर दी गई थी।
दी हिंदू की रिपोर्ट मुताबिक एडिशनल सेशंस के जज पी.एन. विनोद, जिन्होंने पहले आरोपियों को दोषी पाया था, उन्होंने आईपीसी की धारा 302, 143, 147, 148, 149 और 341 के तहत आरोपियों को दोषी पाया. अदालत ने हरेक दोषी पर 1 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
ये 7 लोग सी.के. प्रशांत, ल्यजेश उर्फ ल्याजू, परायाकांडी विनेश, प्रशान्त उर्फ मुत्थु, के.सी अनिलकुमार, किज़चकयिल विजिलेश और के.महेश हैं. इस मामले के एक और आरोपी वलियापारम्बाथ ज्योतिष की मौत हो चुकी है।
अभियोजन पक्ष के मुताबिक 6 नवंबर, 2007 को सुबह 5.45 बजे के करीब आठ बीजेपी-आरएसएस कार्यकर्ताओं ने पवित्रण पर हमला किया था. उस वक्त वह दूध खरीदने के लिए पोन्नियम में अपने घर से निकले थे. आंगनवाड़ी केंद्र के नजदीक उन पर हमला किया गया था. जान बचाने के लिए वे नजदीकी किसी घर के कैंपस में घुस गए थे लेकिन हमलावरों ने उनका पीछा किया और उनके खूब मारा. उनके सिर सहित बॉडी के कई भागों को चोट पहुंची थी. इसके बाद उन्हें कोझिकोड के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां 10 नवंबर 2007 को उनकी मौत हो गई थी।
केरल के कन्नूर में दशकों से राजनीतिक खूनी होली खेली जा रही है. हर पार्टियां कहती है कि उनके कार्यकर्ताओं को मारा जा रहा है. कहा जाता है केरल और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं।
इस सजा के बाद खुद को हमेशा विक्टिम दिखाने वाली भाजपा चुप है तो वही विपक्षी दल भाजपा पर इसको लेकर हमला कर रहे हैं।