
लोकसभा चुनाव में करारी हार की जिम्मेदारी लेकर अपने इस्तीफा पर अड़े राहुल गांधी फिर से सक्रिय होते दिख रहे हैं। हालांकि कांग्रेस में राहुल गांधी के अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर असमंजस बरकरार है। पर जिस तरह से हर कोई राहुल को मनाने की कोशिश कर रहा है उसे देखकर राहुल फिर एक बार सक्रिय होते दिख रहे हैं। राहुल की माँ और UPA चेयरपर्सन सोनिया गांधी इस बात पर जोर दे रही हैं कि राहुल आवेश में आकर या पी.एम. मोदी अथवा एंटी-कांग्रेस मीडिया के दबाव में आकर पद न छोड़ें।
सोनिया का कहना है कि राहुल का इस तरह से पद छोडऩा पार्टी के लिए भी लाभदायक नहीं होगा।
मनमोहन-सोनिया-प्रियंका सहित लगभग सभी कांग्रेसी नेता राहुल को मनाने में लगे हुए थे और लगता है आखिरकार इसका असर राहुल पर दिख भी रहा और वो जो इस्तीफा की जिद्द पर अड़े हुए असक्रिय दिख रहे थे वो अब पुनः सक्रिय दिखने लगे हैं।
जहां एक तरफ राहुल भी राज्यो के राज्य प्रभारी और राज्य के वरिष्ठ नेताओ से अलग अलग मुलाकात कर रहे हैं तो वही दूसरी तरफ वो संसद के सैंट्रल हॉल में कुछ भाजपा सांसदों के साथ बातचीत करते हुए वह मुस्कुराते हुए और आश्वस्त नजर आ रहे थे।
राहुल ने बीजेपी सांसदो से बातचीत के दौरान कहा कहा, ”आखिर में हम जंग जीत लेंगे, हम आपको हरा देंगे…लेकिन प्यार और मोहब्बत से, घृणा से नहीं। हम आपके साथ लड़ेंगे और आपको हराएंगे तथा आपको जीत लेंगे।”
राहुल गांधी ने ये जाबाब तब दिया जब भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी से कहा था कि वे उदित राज का ख्याल रखें जिन्होंने चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। राहुल ने इस बात का जवाब यह कह कर दिया, ”मैं आप सब को जीत लूंगा।”
हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी नजदीक है ऐसे में राहुल की सक्रियता दिखने लगी है और वो 27 जून को हरियाणा के नेताओ से मुलाकात करेंगे। राहुल अध्यक्ष बने रहते हैं या नही पर फिलहाल वो फिर सक्रिय दिख रहे हैं।