
एक नेता होते है जो चुनाव हार या जीत जाने के बाद अपने घर मे दुबक जाते हैं और एक नेता होते है जिनके लिये जीत हार कोई मायने नही रखती है यकीनन कांग्रेस एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है जिसके लिये सत्ता का प्राप्त होना जरुरी नही है बल्कि कांग्रेस के लिये जनता प्राथमिक हैं
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हार के बाद पार्टी की समीक्षा कर रहे है कि कांग्रेस ने कहा गलती की है लेकिन इस बीच वो अपने कार्यकर्ताओ के दुख सुख मे भी भागीदार बन रहे है भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मे काम करने वाले स्टॉफ की पत्नि का देहांत हो गया था जिसमे आज राहुल गांधी ने उनकी अंतिम यात्रा मे शामिल होकर नई मिसाल पेश की हैं जिसके बाद पूरा सोशल मीडिया राहुल गांधी की तारीफ कर रहा हैं
गौरतलब है कि AICC में कार्यरत आदित्येन्द्र शर्मा के पत्नी का आज निधन हुआ जिनकी अंत्येष्टि में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचे। वो वहां लगभग 15 मिनट रुके। वहां मौजूद वरिष्ठ पत्रकार राहुल जी के पास गए और उनसे पूछा- “राहुल जी आप यहाँ आए हैं, रस्म के अनुसार श्मशान में आने वाले को नहाना पड़ता है!” इस पर राहुल बोले- घर जाकर नहाऊँगा।
इतनी भयानक गरमी में राहुल गांधी डेढ़ बजे आए। चिताओं के धुएँ के बीच पंद्रह मिनट रुके, वह भी बिना किसी तामझाम या छतरी के। यह होता है, अपने कार्यकर्त्ताओं के प्रति लगाव।
चुनाव में जीत और हार अलग जगह पर राहुल जी की सादगी और हर शख्स से खुद को जोड़ लेने वाला अपनापन हर किसी को उनका दीवाना बना लेता है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस सादगी के कारण उनके प्रति आमजन मानस का सम्मान बढा है राहुल गांधी एकमात्र ऐसे राजनेता है जो दिल से राजनीति करते हैं और हर दुख सुख मे जनता के भागीदार बनते हैं