चीन मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. इस बैठक में विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं. बैठक की शुरुआत में चीन सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई. बैठक के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सभी विपक्षी नेताओं को गलवान में हिंसक झड़प के बाद के मौजूदा हालात की जानकारी दी. राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं को यह भी बताया कि भारतीय सेना किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर सेना पूरी तरह मुस्तैद हैं.
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बाद अपनी बात शुरू की. सोनिया गांधी ने कहा कि जब 5 मई को लद्दाख सहित कई जगह चीनी घुसपैठ की जानकारी सामने आई, तो उसके तुरंत बाद ही सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. हमेशा की तरह पूरा देश एक चट्टान की तरह साथ खड़ा होता और देश की सीमाओं की अखंडता की रक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम का पूरा समर्थन करता है.
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल हमारे सैनिकों के साथ पूरी तरह एकजुट हैं. हमारी सेनाएं सभी चुनौतियों से निपटने में सक्षम हैं, इसके लिए हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं. देश के लोग सरकार से उम्मीद करते हैं कि वो पूरे देश और विपक्ष को विश्वास में लें और लगातार पूरे घटनाक्रम की जानकारी दें, तभी हम दुनिया के सामने अपनी एकजुटता ओर सहयोग सुनिश्चित कर सकेंगे.