सियासत मे कुछ भी संभव है किसी ने ये नही सोचा था कि जिस जेजेपी की बीजेपी विरोध से उत्पति हुई है वो सत्ता के लिये बीजेपी से हाथ मिला लेगा लेकिन सत्ता की चाहत ने दो पार्टिया जो एक दूसरे की धुर विरोधी थी वो एक हो गयी और हरियाणा मे सरकार बना ली।
लेकिन सरकार बनाने तथा चलाने मे जमीन आसमान का फर्क होता है बहुत कम समय मे ही हरियाणा से बीजेपी व जेजेपी के बीच मनमुटाव की खबरै आने लगी हैं सूत्रो की माने तो जेजेपी के 6-7 विधायक कांग्रेस के संपर्क मे है जिनका बीजेपी के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर पर आरोप है कि वो अपनी जिम्मेदारी का ठीक ढंग से निर्वहन नही कर रहे हैं।
इससे पहले बीजेपी नेता सोनाली फोगाट ने जिस अधिकारी पर हाथ उठाया था उस हरकत के बाद जेजेपी के कई नेता बीजेपी से नाराज चल रहे है ऐसे मे ये सरकार ज्यादा दिन टिक सकती है इस बात का अंदाजा खट्टर की कार्यशैली से ही लगा सकते है।
आपको बता दे कि हरियाणा मे अगले एक साल तक कोई सरकारी भर्ती नही होगी इसके विपरीत पडोसी राज्य राजस्थान मे तो इस संकट मे भी वैकेंसी निकाल एग्जाम करवाकर नियुक्तियां दी जा रही है इस स्थिति मे खट्टर पर सवाल और खडे हो जातै है कि आखिर उनकी कार्यशैली मे इतना बदलाव क्यो है?
फिलहाल कोरोना काल मे सभी सरकारे अपने स्तर पर काम कर रही है लेकिन विधायको का पाला बदलने का सिलसिला जारी है मणिपुर के बाद बीजेपी को अब हरियाणा मे भी झटका लग सकता है ऐसे ही खबरे तेजी से प्रसारित हो रही हैं।