19 जून को होने वाले राजसभा चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज है ऐसे में कांग्रेस और भाजपा अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए पूरा प्रयास कर रही है मगर राजस्थान में होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर यहां के राजनीतिक तापमान कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा निर्दलीय विधायकों को प्रलोभन दे रही है जबकि बीजेपी ने इसे कांग्रेस की बौखलाहट करार दिया है।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने दावा किया कि राज्यसभा की दो सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीतेंगे।
सचिन पायलट ने कहा, ‘मैं साफतौर पर बताना चाहता हूं कि कांग्रेस के पास पर्याप्त जनादेश है, निर्दलीय विधायकों और अन्य पार्टियों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है। हमारे दोनों उम्मीदवार चुनाव में जीतेंगे। चुनाव से पहले कई तरह की बातें होती है लेकिन सभी को जमीनी हकीकत पता है, संख्या बल हमारे पास है।’
उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा, ‘कांग्रेस ने उपचुनाव के बाद विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की और अब राज्यसभा सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार जीतेंगे। इस पर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। पार्टी के विधायक एकजुट है।’ पार्टी विधायकों को रिसॉर्ट में बुलाये जाने पर पायलट ने कहा कि पार्टी को अन्य राज्यों जैसे गुजरात में कुछ विधायकों ने त्यागपत्र दे दिया, जैसी घटनाओं का अनुभव है।
उन्होंने कहा, ‘लोग प्रयास कर रहें है, लेकिन राजस्थान की जनता एकजुट है और ईमानदार है। हमारे पास जनाधार है, यहां तक की निर्दलीय विधायकों और अन्य पार्टियों का भी हमारे पास समर्थन है। बीजेपी के दूसरे उम्मीदवार के जीतने की कोई संभावना नहीं है।’
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये चुनाव 19 जून को होगा जिसके लिये कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने शुरूआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है।
इस बीच सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भी पार्टी के उम्मीदवारों के जीतने का विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी की साजिश को सफल नहीं होने देंगे, हम खरीद-फरोख्त, भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं करेंगे। कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट है। जोशी ने धनबल के आधार पर विधायकों को लुभाने के कथित प्रयासों के बारे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी।
राजस्थान का राज्यसभा चुनाव इन्हीं वजहों से काफी चर्चा में है और अब 19 जून को होने वाले वोटिंग पर सबकी नजर है।