कांग्रेस अध्यक्ष का बड़ा ऐलान यूपी में प्रियंका गांधी होंगी पार्टी का चेहरा,2022 के चुनाव में किसी से नहीं होगा कांग्रेस का गठबंधन

कांग्रेस 1990 से उत्तर प्रदेश में वापसी के ममंसूबों के साथ कार्य कर रही परन्तु विगत 30 सालों में खुद को स्थापित करने में हमेशा विफल ही होती रही है। 2009 में अप्रत्याशित रूप से 21 लोकसभा सीट जीतने के बाद एक बार उमीद लगाया जाने लगा था कि शायद कांग्रेस उत्तर प्रदेश में खुद को स्थापित करने में सफल हो जाएगी मगर 2014 में सिर्फ 2 सीट और 2017 क विधानसभा चुनाव में 7 सीट आने के बाद कांग्रेस का और अधिक पतन हो गया मगर 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को यूपी का प्रभारी बनाकर भेजा मगर उससे भी कांग्रेस को फायदा नही हुआ और कांग्रेस महज 1 सीट पर ही सिमट गई।

जिसके बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी पिछले कुछ समय कांग्रेस को स्थापित करने के लिए सक्रिय रूप से मेहनत करती हुई नजर आ रही हैं, कई बार तो वो मुख्य विपक्षी के भूमिका में भी नजर आने लगती हैं मगर जमीन पर कांग्रेस को मजबूत करना अब भी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।

ऐसे में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि 2022 के विधान सभा चुनाव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश से आती हैं और उनके परिवार का उत्तर प्रदेश की मिट्टी और यहां के लोगों से बहुत लगाव है। यही नहीं प्रदेश कांग्रेस चीफ ने साफ किया है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।

अजय कुमार ने कहा कि हम 2022 के विधानसभा चुनाव में ना तो चुनाव से पहले किसी भी दल के साथ गठबंधन करेंगे और ना ही चुनाव के बाद किसी भी दल से गठबंधन करेंगे।

हम प्रदेश की जनता, लोकतंत्र, युवाओं, किसान, गरीब, दलित, शोषित वर्ग और गरीबों के साथ गठबंधन करेंगे। इस दौरान अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश की योगी सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ प्रियंका जी से डरते हैं। जिस तरह से प्रियंका जी हर मुद्दे पर योगी सरकार को घेर रही हैं, ऐसा लगता है कि वो डरे हुए हैं और फंस गए हैं।

पार्टी को प्रदेश में मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी पिछले कुछ समय से लगातार सक्रिय है औ प्रियंका गांधी इसकी कमान संभाले हुए हैं। अजय कुमार ने इस बात का भरोसा जताया है कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी आम जनता की आवाज का नेतृत्व करेगी और लोग अपना आशीर्वाद हमें देंगे। अहम बात है कि प्रियंका गांधी पिछले काफी समय से प्रदेश की राजनीति में सक्रिया भूमिका निभा रही हैं। कोरोना काल में उनकी सक्रियता प्रदेश को लेकर काफी बढ़ी है।

जिस तरह से कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर प्रियंका गांधी ने प्रदेश सरकार को जमकर घेरा, उसके बाद वह प्रदेश की राजनीति में अहम विपपक्ष के चेहरे पर दिखने लगीं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए बसों का इंतजाम किया था, लेकिन प्रदेश सरकार ने इसकी फिटनेस का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया। इस मुद्दे ने काफी तूल पकड़ा था। साथ ही प्रियंका कई मुद्दों पर लगातार सरकार पर हमलावर हैं।

चित्रकूट में श्रमिक बालिकाओं के साथ शोषण का मामला हो या ल फिर विकास दुबे का एनकाउंटर से मचे बवाल का मामला हो या यूपी में लगातार बिगड़ती प्रशासन व्यवस्था का मामला हो हर मामले में प्रियंका गांधी यूपी सरकार पर विपक्षी पार्टी सपा और बसपा से अधिक मुखर होकर विरोध कर रही हैं इसका मुख्य वजह यह माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी कांग्रेस को सबसे पहले उत्तर प्रदेश के विपक्षी पार्टी के रूप में मजबूत कर जनता को कांग्रेस का एक बड़ा विकल्प देने के प्रयास में है ताकि विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस को इसका फायदा मिल सके।

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