राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच आखिरकार राज्यपाल ने 14 अगस्त से विधानसभा सत्र बुलाने के आदेश दे दिये। राज्यपाल द्वारा आदेश दिये जाने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फेयरमॉन्ट होटल पहुंचे और कांग्रेस विधायक दल की बैठक लेकर विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराए जाने की बाद कहते हुए सभी विधायकों को सत्र शुरू होने तक होटल में ही रहने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को कामकाज निपटाने के लिए सचिवालय जाने भी छूट दी है। विधायकों की बैठक के बाद पत्रकारों से बात बरते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा देश में सरकारें गिराने में लगी हुई है। हम प्रदेश सब कुछ पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। इनको कोई परवाह नहीं है। मजबूरी में हमारे विधायक होटल में बैठे हैं।
भाजपा को जनता माफी नहीं करेगी
उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता माफी नहीं करेगी। राजस्थान भाजपा के लोग छिप-छिप कर दिल्ली जाते हैं। हम भी उन्हें छोड़ने वाले नहीं हैं, बेनकाब करेंगे। हार्स ट्रेडिंग के रेट राजस्थान में बढ़ गए हैं। लेकिन राजस्थान में फ्लोर टेस्ट होगा। प्रधानमंत्री को मैंने पूरी जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री ने मायावती पर भाजपा के इशारे पर बयानबाजी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सीबीआई, ईडी के नाम पर डरा रही है। मायावती भी डर और मजबूरी में ऐसा बयान दे रही हैं। भाजपा लोकतांत्रिक नहीं बल्कि फासिस्ट पार्टी है। आज मीडिया भयभीत है और निष्पक्ष रिपोर्टिँग नहीं कर पा रहा है। लेकिन सच को सामने लाएगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की तिथि 14 अगस्त निर्धारित हुई है, तब से राज्य में खरीद-फरोख्त का ‘रेट’ बढ़ गया है। गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की घोषणा हुई है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का ‘रेट’ बढ़ गया है।
इससे पहले पहली किश्त 10 करोड़ और दूसरी किश्त 15 करोड़ रुपये थी। अब यह असीमित हो गई है। सब लोग जानते हैं कौन लोग खरीद-फरोख्त कर रहे हैं।” गहलोत ने बसपा प्रमुख मायावती पर हमला करते हुए कहा कि वह मजबूरी में बयान दे रही हैं। उनकी शिकायत वाजिब नहीं है। छह बसपा विधायक अपने विवेक से कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
आज मुख्यमंत्री गहलोत ने फिर से ट्वीट कर कहा कि ” BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया, वो मर्जर तो सही है और राजस्थान में 6 विधायक मर्जर कर गए कांग्रेस में वो मर्जर गलत है, तो फिर BJP का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया, मैं पूछना चाहता हूं? राज्यसभा में मर्जर हो वो सही है और यहां मर्जर हो वो गलत है?”