ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाते ही उनमे जबरदस्त बदलाव देखने को मिला है उनकी भाषा शैली में जो माधुर्यता थी वो अब कडवी हो चुकी है लेकिन ये तो विचारधारा का फर्क होता है ये तो होना ही था लेकिन कांग्रेस नेता कमलनाथ बडी चातुर्यता से सिंधिया को जवाब दे रहे हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ने शुक्रवार को रतलाम जिले के सैलाना में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सरकार के साथ ही राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर हमला बोला। कमलनाथ ने कहा ‘ना तो मैं महाराज हूं, न ही मामा और ना ही मैंने चाय बेची है। मैं तो बस कमलनाथ हूँ। कई लोग कहते हैं कि मैं टाइगर हूं। मैं तो ना टाइगर हूं , ना पेपर टाइगर हूं, अब यह तो प्रदेश की जनता तय करेगी, कौन क्या है?’
आपको बता दें कि कमलनाथ का ये तंज ज्योतिरादित्य सिंधिया के उस बयान पर था जिसमें उन्होंने कहा था कि जो लोग मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं, वे जान लें ‘टाइगर अभी जिंदा है।’ कमलनाथ ने अपने संबोधन में बागी विधायकों पर भी निशाना साधा।
कमलनाथ ने अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि हमें ऐसा प्रदेश मिला था, जहां चारो ओर समस्याएं थी, युवा पीढ़ी के सामने काम नहीं था, अपराध में प्रदेश अव्वल था, मुझे 15 माह के दौरान साढ़े 11 माह कार्य करने का अवसर मिला, इस दौरान मैंने प्रयास किया कि हम नीति और नियत का परिचय दें, बहुत सारी बाते कही जाएगी, 15 माह में यह नहीं हुआ, वो नहीं हुआ, मैं महाराज नहीं , मैं मामा नहीं हूं, मैंने चाय नहीं बेची, मैं कमलनाथ हूं। कोई कहता है मैं (सिंधिया पर कटाक्ष) टाइगर हूं, लेकिन मैं न टाइगर हूं और ना पेपर टाइगर, जनता तय करेगी कौन टाइगर है और कौन पेपर टाइगर।
पूर्व सीएम ने आगामी उपचुनाव का भी शंखनाद करते हुए कहा कि अब प्रदेश की जनता जवाब देने वाली है, हम पूरी ताकत के साथ उपचुनाव में जा रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजसिंह और पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा सहित सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत, आलोट विधायक मलोज चावंला, विधायक कांतिलाल भूरिया ने भी संबोधित किया। कमलनाथ ने स्व. प्रभुदयाल गेहलोत की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
आपको बताए कि मप्र कांग्रेस उपचुनावो की तैयारियों मे जुट चुकी है तथा वो लगातार विभिन्न विधानसभाओ का फीडबैक लेकर संगठन मजबूती पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।