मीडिया में खबर चलाई जा रही थी कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बंगला खाली करने के लिए कुछ और समय मांगा है जिसको केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है मगर प्रियंका गांधी ने स्पष्ट किया है कि वह एक अगस्त को अपना सरकारी बंगला खाली कर देंगी।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सोमवार देर रात जारी एक न्यूज में सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि प्रियंका गांधी ने सरकारी आवास खाली करने के लिए कुछ अतिरिक्त समय मांगा है। उनकी अपील पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें सरकारी आवास खाली करने के लिए अतिरिक्त समय दे दिया है।
मगर प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया के जरिये इस तरह की खबरों का खंडन किया है।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया है कि उनकी तरफ से सरकारी आवास खाली करने के लिए अतिरिक्त समय मांगने संबंधी खबरें गलत हैं।
उन्होंने ऐसी कोई अपील नहीं की है। इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव ने स्पष्ट किया है कि वह सरकार द्वारा दी गई समयावधि में ही अपना सरकारी आवास खाली कर देंगी। उन्होंने एक अगस्त को सरकारी आवास खाली करने की बात कही है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने एक जुलाई को प्रियंका गांधी के सरकारी आवास का आवंटन एक जुलाई को रद कर दिया था। आवास खाली करने के नोटिस में उन्हें एक माह की समयावधि दी गई थी। कांग्रेस नेता को ये सरकारी आवास एसपीजी सुरक्षा के दौरान दिया गया था।
शहरी आवास के मंत्रालय के तहत संपदा निदेशालय ने प्रियंका गांधी को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें लोदी रोड स्थित बंगला इसलिए खाली करने के लिए कहा कि उनके पास अब विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की सुरक्षा नहीं है। आदेश में कहा गया है, ‘गृह मामलों के मंत्रालय द्वारा एसपीजी सुरक्षा और जेड+ सुरक्षा कवर को वापस लेने के बाद, अब आपको सुरक्षा के आधार पर सरकारी आवास के आवंटन का प्रावधान नहीं है। इसलिए एक जुलाई से इसे रद्द किया जाता है। नियम के मुताबिक आपको एक महीने की छूट दी जाती है।’
जिसके बाद से ही यह स्पष्ट हो गया था कि प्रियंका गांधी जल्दी आवास खाली कर देंगी।
माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी लखनऊ में अब अपना आशियाना बसाएंगी। प्रियंका गांधी वर्तमान में उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी भी हैं।