केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव होने के चलते रविवार से अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उन्होंने इलाज के लिए दिल्ली के प्रतिष्ठित सरकारी अस्पतालों के बजाय हरियाणा के एक प्राइवेट अस्पताल को चुना. जिस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सवाल उठाया है.
बता दें कि अमित शाह को रविवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. जिसके बाद उन्हें हरियाणा के गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा भी इसी अस्पताल में कोरोना का इलाज करवा चुके हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने अमित शाह के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने पर सवाल उठाते हुए सवाल किया है कि आखिर अमित शाह दिल्ली के प्रतिष्ठित एम्स (AIIMS) अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए. थरूर ने ट्वीट में कर कहा, “हैरत है कि बीमार होने पर हमारे गृह मंत्री ने एम्स को नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य के एक निजी अस्पताल को कैसे चुना? सार्वजनिक संस्थानों को जनता के आत्मविश्वास को प्रेरित करने के लिए शक्तिशाली संस्थानों को संरक्षण दिये जाने की जरूरत है.”
बता दें कि सिर्फ अमित शाह ही कोरोना का इलाज करवाने के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं, बल्कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल के प्राइवेट अस्पताल चिरायू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं. रविवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये. वो भी बैंगलुरु के प्राइवेट अस्पताल मणिपाल अस्पताल में भर्ती हुए हैं. उनकी कोरोना पॉजिटिव बेटी को भी इसी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
ऐसा लगता है कि सरकारी अस्पताल सिर्फ आमलोगों के लिए है. नेताओं और मंत्रियों को खुद के सरकारी अस्पताल पर जरा भी भरोसा नहीं है. इसलिए वो इलाज के लिए या तो देश के नामी-गिरामी प्राइवेट अस्पताल का सहारा लेते हैं या फिर सीधे विदेशों का रुख करते हैं.