कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर जारी घमासान का निपटारा करने की ठान चुके पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्यसमिति की बैठक के बाद शुक्रवार को दूसरी बार गुलाम नबी आजाद से फोन पर बात की। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने आजाद को दिलासा दिया कि उनकी चिंताओं का निपटारा किया जाएगा और जल्द से जल्द पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि यही नहीं राहुल ने आजाद से कहा, संगठन के अन्य चुनाव भी बहुत जल्द कराए जाएंगे। पार्टी को उन्हें लेकर कोई दुर्भावना नहीं है। वहीं आजाद ने कहा, मेरा उद्देश्य गांधी परिवार को चुनौती देना या निरादर करना नहीं है। मैं बस पार्टी को और मजबूत करना चाहता हूं।
राहुल ने कार्यसमिति की बैठक में हुए विवाद के बाद भी एक बार कपिल सिब्बल और आजाद से फोन पर बात की थी। इससे साफ है कि पूर्व अध्यक्ष पार्टी के भीतर जारी घमासान को शांत करने की हर कोशिश कर रहे हैं।
यही नहीं राज्यसभा में कुछ नेताओं को अतिरिक्त जिम्मेदारी देने को लेकर भी पार्टी ने स्पष्ट किया कि इन नियुक्तियों का मकसद किसी को नीचा दिखाना नहीं है बल्कि खाली पदों को भरा गया है। कार्यसमिति की बैठक में नेतृत्व में परिवर्तन को लेकर सोनिया को पत्र लिखने वाले 23 लोगों में कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद ने मुखर होकर अपनी चिंताएं रखीं थीं। कपिल सिब्बल ने एक दिन पहले अपने एक साक्षात्कार में भी कहा था कि कांग्रेस में सब ठीक नहीं और पार्टी को 24 घंटे काम करने वाले अध्यक्ष की तत्काल जरूरत है।
केरल के मवेलीकारा से लोकसभा सांसद और कांग्रेस के प्रमुख व्हिप के सुरेश ने शुक्रवार को शशि थरूर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, थरूर राजनेता नहीं हैं बल्कि अतिथि की तरह पार्टी में आए और अभी भी ‘अतिथि कलाकार’ ही हैं। उन्हें पार्टी की नीतियों को गंभीरता से समझना चाहिए। वह बेहतर वैश्विक नागरिक हो सकते हैं लेकिन पार्टी में मनमानी नहीं कर सकते। गौरतलब है कि थरूर भी पत्र लिखने वाले नेताओं में हैं। के सुरेश केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। उनके इस बयान का हालांकि केरल कांग्रेस के कुछ नेता ने विरोध भी किया। प्रदेश उपाध्यक्ष वीडी सतीशन ने कहा, थरूर हमारे दुश्मन नहीं हैं। वे हमारे माननीय सांसद हैं जो तीन बार से तिरुवनंतपुरम सीट से लोकसभा में हैं। वह क्षेत्रीय लोगों के मुद्दे को पुरी गंभीरता से सदन में उठाते हैं।