केंद्र सरकार द्वारा किसानों से जुड़े तीन विधायकों के लोकसभा में पास किए जाने के बाद किसान लगातार सड़कों पर उतर कर इस बिल का विरोध कर रहे हैं।
विपक्षी दल भी लगातार किसान संगठनों के साथ मिलकर इस बिल के विरोध में प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं।
ऐसे में मोदी सरकार किसानों से जुड़े तीन विधेयकों को राज्यसभा में पेश करेगी। उच्च सदन में विधेयकों को पास करना सरकार के लिए चुनौती भरा है, क्योंकि विपक्ष के साथ सहयोगी दल भी इसका विरोध कर रहे हैं।
इस विधेयक के विरोध में कांग्रेस ने भी तैयारी शुरू कर दी है। जिसके तहत पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक अहम बैठक बुलाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई है। जिसमें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सभी जनरल सेक्रेट्री, स्टेट इंचार्ज, स्पेशल कमेटी के मेंबर समेत वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इस बैठक में संसद में मोदी सरकार की ओर से पेश कृषि विधेयकों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इस मुद्दे पर कांग्रेस को बीजेपी के कुछ सहयोगी दलों का भी साथ मिलने की उम्मीद है।
अगर अकाली दल को छोड़ दें तो एनडीए के पास राज्यसभा में 105 सांसदों का संख्या बल है। ऐसे में विधेयक पास करवाने के लिए उन्हें 17 सांसदों का समर्थन और चाहिए। सूत्रों के मुताबिक BJD, AIADMK, YSRC और TDP के अलावा शिवसेना और एनसीपी से भी बीजेपी ने संपर्क किया है। साथ ही उन्हें बिल के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। अब देखने वाली बात ये होगी कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना-एनसीपी किसकी ओर जाते हैं।
इन विधयेकों के कारण किसानों को लेकर फिर एक बाद राजनीति तेज हो गई है अब देखना दिलचस्प होगा कि किसानों अंततः किस तरफ जाते हैं।