किसानों का कर्जा माफी मध्य प्रदेश उपचुनाव में बड़ा मुद्दा होने जा रहा है यही कारण है कि उप चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस और भाजपा इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने है कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमलावर नजर आ रही है क्योंकि सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा कमलनाथ सरकार पर कर्ज माफी ना करने के आरोप लगाए गए थे। मगर अब मध्य प्रदेश में कृषि मंत्री कमल पटेल ने विधानसभा में माना कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में 51 जिलों में किसानों के कर्ज माफ हुए हैं। जिसके बाद कांग्रेस को बीजेपी पर हमलावर होने का मौका मिल गया है।
सोमवार को विधानसभा के एक दिन के सत्र में प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि कांग्रेस शासन के दौरान प्रदेश के 51 जिलों में 26.95 लाख किसानों का 11,600 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण माफ किया है।
इस खबर को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, कांग्रेस ने जो कहा, सो किया।भाजपा ने सिर्फ़ झूठे वादे किए हैं।
गौरतलब है कि इसी मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि शिवराज सिंह चौहान सरकार ने स्वयं ही, झूठ की राजनीति का विधानसभा में पर्दाफाश कर दिया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि कमलनाथ सरकार में 51 जिलों में कर्ज माफी हुई थी। राज्य सरकार ने विधानसभा में बताया कि 27-12-2019 से पहले किसान कर्ज माफी का पहला चरण और 27-12-2019 के बाद किसान कर्ज माफी का दूसरा चरण चलाया गया था।
राज्य सरकार ने यह भी माना है कि प्रदेश में किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्जा माफ हुआ है। राज्य सरकार ने गुना, बमोरी, राघोगढ़, मधुसूदनगढ़, चाचौड़ा, कुंभराज और आरोन में भी 17403 किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्जा माफ होने की जानकारी दी।
बीजेपी सरकार के मंत्री द्वारा ही कांग्रेस सरकार में कर्जा माफी की बात को स्वीकारने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आने वाले सिंधिया भी कांग्रेस के निशाने पर हैं।