कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिन भर उत्तर प्रदेश पुलिस-प्रशासन से जूझते हुए आखिरकार शाम को हाथरस में गैंगरेप और हत्या की शिकार पीड़िता के घर पहुंचे। इस दौरान प्रियंका गांधी को देखते ही पीड़िता की मां उनके गले लिपटकर रोने लगीं। प्रियंका गांधी ने भी उन्हें काफी देर तक गले लगाकर ढांढस बढ़ाया और कहा कि इस संकट की घड़ी में कांग्रेस उनके साथ है।
जिला प्रशासन ने चटाई पर बैठकर वार्ता करने का इंतजाम किया था। लेकिन, राहुल गांधी और प्रियंका ने मृतका के पिता और भाइयों से बंद कमरे में मुलाकात की। इस दौरान मीडियाकर्मियों को भी बाहर कर दिया गया। कांग्रेस के दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक पीड़िता के परिवार से बातचीत की, जिसमें परिवार ने अपने साथी हुई एक-एक घटना का जिक्र किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा दिया।
पीडित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा कि ” हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न:
- सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो
- हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए
- हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया?
- हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है?
- हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए मगर हमें कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं?
इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा।
आपको बताए कि पिछले दिनो से लगातार कांग्रेस पीडित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रही हैं।