2014 के लोकसभा चुनाव में सफलता मिलने के बाद से जहां एक तरफ भाजपा देश के सभी राज्यो में खुद को स्थापित करने में लगी हुई है तो वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरिन्दर सिंह ने कहा कि भाजपा का राज्य में कोई अस्तित्व नहीं है और वह 2022 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन साझेदार के बगैर एक सीट भी नहीं जीत पाएगी।
कैप्टन ने एक निजी टीवी चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि राज्य की 117 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिये भाजपा का स्वागत है। पार्टी को हालांकि गठबंधन साझेदार के बगैर यहां एक सीट पर भी जीत नसीब नहीं होगी।
इससे पहले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा था कि उनकी पार्टी पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिये युद्धस्तर पर तैयारियां कर रही है।
गौरतलब है कि दो महीने पहले केन्द्र के कृषि कानूनों को लेकर भाजपा के पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने राजग का साथ छोड़ दिया था।
भाजपा-अकाली दल के बीच गठबंधन के दिनों में सीट बंटवारे के फॉर्मुले के तहत पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में तीन पर भाजपा जबकि अन्य सीटों पर शिअद चुनाव लड़ती थी। वहीं, विधानसभा की 117 में से 23 सीटों पर भाजपा जबकि शेष पर शिअद अपने उम्मीदवार उतारती थी।
वर्तमान में पंजाब के 117 विधानसभा सीटों में कांग्रेस के पास 77, आप के पास 20, शिअद के पास 15, भाजपा के पास 3 और एलआईपी के पास 2 सीट है।