असम के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई जी के निधन पर कांग्रेस सहित पुरे देश की राजनीतिक जगत और असम में शोक की लहर है।
गोगोई के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दुख जताते हुए कहा कि गोगोई पार्टी के कद्दावर नेता थे, जो लोगों के बीच अपने विवेक, दृष्टिकोण और योग्यता के लिए सम्मान रखते थे।
सोनिया ने गोगोई के पुत्र एवं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई को पत्र लिखकर परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।
उन्होंने कहा, ”तरुण गोगोई कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक थे। अद्भुत विवेक, दृष्टिकोण और योग्यता के चलते उनका सम्मान होता था।”
सोनिया ने कहा, ”विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में उनके लंबे अनुभव को देखते हुए हम हमेशा सलाह के लिए उनका रुख कर सकते थे।मुझे पता है कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी उनका कितना सम्मान करते थे।”
”मेरे लिए उनका जाना एक व्यक्तिगत क्षति है। मैं भूल नहीं सकती हूं कि असम के दौरों के समय उन्होंने मेरे प्रति अपनापन और गर्मजोशी दिखाई थी। मैंने अपने असम दौरे के समय यह देखा था कि प्रदेश के सभी समुदायों के लोग उनका कितना सम्मान करते थे तथा उन्होंने सबके लिए कितना काम किया था।”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दुख व्यक्त करते हुए उनकी पत्नी डोली गोगोई को लिखे पत्र में कहा कि तरुण गोगोई जी मेरे सबसे प्रिय मित्र थे। सदा उनकी कमी महसूस होगी।
राहुल गांधी ने तरूण गोगोई के निधन पर ट्वीट करते हुए कहा- तरूण गोगोई एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे. उन्होंने सभी लोगों और असम के समुदायों को एक साथ लाने में पूरी जिंदगी समर्पित कर दी. मेरे लिए, वह एक महान नेता और बुद्धिमान शिक्षक थे. मैं उन्हें प्यार और आदर करता हूं। मैं उन्हें याद करूंगा. मेरा प्यार और सहानुभूति गौरव और उनके परिवार के प्रति है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा की तरुण गोगोई जी असम की लोकप्रिय एवं सर्वमान्य आवाज थे। एक कर्मठ कांग्रेसी नेता जिन्होंने अपना पूरा जीवन असम के लोगों की सेवा और सबके बीच प्रेमभाव स्थापित करने में न्योछावर कर दिया। विनम्र श्रद्धांजलि। गौरव एवं उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।