कृषि बिल के विरोध में किसानों का आंदोलन जहां बढ़ता ही जा रहा है तो वहीं इस पर सियासत भी खूब हो रही है इसी बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने केंद्र से कर्ज लेने वाले किसानों को सहायता देने का आह्वान किया।
चौधरी ने ये मांग उस वक्त की है जब किसानों का एक बड़ा समूह दिल्ली में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है।
अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कृषि क्षेत्र के लिए विशेष ऋण पैकेज की मांग की है। उन्होंने कहा कि, वर्तमान में भारत में प्रचलित “त्रुटिपूर्ण कृषि नीति” के कारण किसानों की आजीविका को खतरा है। अधीर रंजन ने किसान आंदोलन के जरिए पीएम मोदी पर निशाना भी साधा।
पीएम मोदी को भेज पत्र में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लिखा कि, देश में किसान इसलिए प्रदर्शन कर रहें हैं क्योंकि नए कृषि कानून के तहत किसानों के जीवन यापन पर बुरा असर पड़ रहा है और उन्हें भारी घाटा का सामना करना पड़ रहा है।
लाखों किसान सड़क पर इसलिए उतरे हैं क्योंकि उन्हें अपना वैधानिक अधिकार नहीं मिल रहा है और बैंक से उन्हें उनके हक के पैसे नहीं मिल रहे हैं। इसलिए मैं पीएम मोदी से आग्रह करता हूं कि वे कृषि क्षेत्र के लिए विशेष ऋण पैकेज की घोषणा करें और किसानों को राहत दें।
चौधरी ने केंद्र सरकार से छोटे और सीमांत किसानों को अपने किसान क्रेडिट कार्ड ऋणों को ब्याज के भुगतान पर नवीनीकृत करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। इस परिवर्तन से 85% किसानों को फायदा होगा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि बैंकर्स की “सामंती मानसिकता” किसानों को वित्तीय सहायता हासिल करने में दिक्कत पैदा कर रही हैं।
इससे पहले किसान आंदोलन के मुद्दे पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, इस सरकार ने संवेदनशीलता को त्याग दिया है। सरकार प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बात करने को भी तैयार नहीं है। नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ किसान जो विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, हम उन्हें समर्थन देने के लिए तैयार हैं।