बिहार की सत्ताधारी गठबंधन भाजपा और जदयू में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले अरुणाचल प्रदेश में जदयू विधायकों को भाजपा में चला जाना और अब बिहार के विभिन्न मुद्दों पर जदयू और भाजपा का एक दूसरे पर टीका टिप्पणी करना निश्चित तौर पर इस बात की ओर संकेत दे रहा है।
दरसल बिहार में भजापा नेताओं द्वारा उठाये जा रहे लव-जिहाद के मुद्दे पर सहयोगी पार्टी जदयू ने बड़ा बयान दिया है।
जदयू नेता केसी त्यागी ने लव-जिहाद कानून की आलोचना करते हुए कहा कि देश में लव-जिहाद के नाम पर समाज में नफरत और विभाजन का माहौल बनाया जा रहा है।
केसी त्यागी ने कहा कि संविधान और सीआरपीसी के प्रावधान दो व्यस्कों को अपनी पसंद का जीवनसाथी चुनने की स्वतंत्रता देते हैं, चाहे फिर वो किसी भी धर्म, जाति या क्षेत्र का हो।
उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने डॉ. राम मनोहर लोहिया के दिनों से ही जाति और संप्रदाय से अलग विवाह करने के व्यस्कों को अधिकार को बरकरार रखा है। केसी त्यागी ने कहा कि हम केंद्रीय मंत्रिपरिषद में संख्या के अनुपात में उचित प्रतिनिधित्व चाहते हैं।
वहीं गठबंधन के विवाद को लेकर कहा कि बिहार में गठबंधन को लेकर कोई विवाद नहीं है, लेकिन हमारा मन अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर दुखी है, जो कि गठबंधन की राजनीति के लिए ठीक नहीं है। जदयू विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल करने की जगह भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। जबकि जदयू ने बिहार में कभी ऐसा नहीं किया।