पिछले काफी समय से चल रही कांग्रेस में उठापटक और गुटबाजी को लेकर हमेशा किसी न किसी नेता का बयान सुर्खियों में बना रहता है खासतौर पर पार्टी को पूर्णकालिक अध्यक्ष और पार्टी के संगठनात्मक चुनाव को लेकर कई तरह के लगातार कयास और बयानबाजी देखने को मिलती है मगर खबर मिली है कि आज कांग्रेस पार्टी के अहम कार्यसमिति की बैठक में इन सभी अटकलों एवं बयानबाजी पर लगाम लगाए जाने की कवायद की जाएगी।
आआज कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्लूसी) की बैठक बुलाई है. ऐसे में कांग्रेस की यह सीडब्लूसी बैठक अध्यक्ष सहित पार्टी के अंदर जारी अंतर्विरोधों का समाधान तलाश पाएगी इस पर देश भर के राजनैतिक विश्लेषकों की नजर है।
आज होने वाली बैठक में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों एवं पार्टी आंतरिक चुनावों पर विचार किया जा सकता है।
इस बैठक पर पार्टी के दोनों ही खेमों की नजर रहेगी. पहला खेमा वरिष्ठ नेताओं का जिनमें वो 23 नेता भी शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी में बड़े परिवर्तनों की मांग करते हुए अगस्त मे सोनिया गांधी को पत्र लिखा दूसरा खेमा राहुल गांधी समर्थक युवा नेताओं का।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस कार्यसमिति ने उनका त्यागपत्र स्वीकार करते हुए सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी, हालांकि, पार्टी का एक बड़ा तबका राहुल गांधी को फिर अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहा है तो पार्टी का एक गुट अध्यक्ष पद से साथ-साथ सीडब्लूसी संगठन के दूसरे पदों के लिए चुनाव कराने की मांग कर रहा है।
पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले एक धड़े का कहना है कि वो इंतजार कर रहे हैं कि कैसे बैठक में उनके उठाए मुद्दों पर फैसला लिया जाता है।
फरवरी से पहले पार्टी के आंतरिक चुनाव कराना जरूरी इस साल अप्रैल-मई के महीने में चार राज्यों- तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल असम- केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में विधानसभा चुनाव होना है. CWC के कम से कम दो सदस्यों का कहना है कि ऐसे में पार्टी को फरवरी से पहले आंतरिक चुनाव संपन्न करा लेने चाहिए, ताकि चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए नई टीम के पास तैयारी करने का पूरा समय हो. कांग्रेस इन चारों राज्यों में सत्ता से दूर है।
कांग्रेस के असंतुष्ट नेता अध्यक्ष पद के साथ सीडब्लूसी संगठन के दूसरे पदों के लिए भी चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. अध्यक्ष पद के साथ सीडब्लूसी के 12 सदस्यों के लिए भी चुनाव कराए जाएंगे या नहीं. इस बारे में अभी तस्वीर साफ नहीं है. हालांकि, माना जा रहा है कि असंतुष्ट नेताओं का भरोसा जीतने की कोशिश के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 19 दिसंबर को असंतुष्ट नेताओं के साथ मुलाकात कर बातचीत की थी. इस बैठक के बाद असंतुष्ठ खेमे के तेवर कुछ नरम जरूर पड़े, लेकिन अभी भी अध्यक्ष चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का उनका विकल्प बंद नहीं हुआ है।