किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के बाद लाल किला पर हुए हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के FIR और कार्रवाइयों पर अब सवाल उठ रहा है क्योंकि दिल्ली पुलिस या तो प्रमुख किसान नेताओं के FIR दर्ज कर रही है या फिर देश के विपक्षी नेताओं और सरकार के विरोध में लिखने वाले पत्रकारों पर।
ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पार्टी सांसद शशि थरूर और कुछ पत्रकारों के खिलाफ नोएडा पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने की आलोचना करते हुए कि जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों को भाजपा सरकार की ओर से धमकाने का चलन खतरनाक है।
गौरतलब है कि दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में गलत खबर फैलाने के आरोप में नोएडा पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर व छह पत्रकारों समेत आठ लोगों के खिलाफ राजद्रोह तथा अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है।
जिस के बाद प्रियंका ने ट्वीट किया,”भाजपा सरकार द्वारा पत्रकारों एवं जनप्रतिनिधियों को प्राथमिकी दर्ज कर धमकाने का चलन बहुत ही खतरनाक है। लोकतंत्र का सम्मान सरकार की मर्ज़ी नहीं, बल्कि उसका दायित्व है। भय का माहौल लोकतंत्र के लिए ज़हर के समान है।”
उन्होंने आरोप लगाया,”भाजपा सरकार ने वरिष्ठ पत्रकारों व जनप्रतिनिधियों को धमकाने के लिए प्राथमिकी दर्ज करके लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार किया है।”