कृषि बिल के खिलाफ चल रहे देश भर के आंदोलन को और तेज गति देने एवं किसानों को एकजुट कर केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद करने के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से तैयार दिख रही है। यही कारण है कि जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान में किसान सभाओं को संबोधित करने के लिए इसी महीने राजस्थान जाएंगे तो वहीं प्रियंका गांधी भी अब उत्तर प्रदेश में किसान पंचायत में शिरकत करेंगी।
किसानों के आंदोलन को राजनीतिक ताक़त देने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने किसानों के साथ सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये उनकी मुहिम में भाग लेने का फ़ैसला किया है।
इसी फ़ैसले के तहत कल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आयोजित किसानों की महापंचायत में प्रियंका गाँधी आज शामिल होंगी। उल्लेखनीय है कि यह पहला अवसर है जब कांग्रेस का कोई राष्ट्रीय स्तर का नेता किसानों की महापंचायत का हिस्सा होगा।
प्रियंका गाँधी ही नहीं राहुल गाँधी ने भी राजस्थान में किसानों को समर्थन देने के लिये 11 और 12 फ़रवरी को राजस्थान जाने का फ़ैसला किया है जहाँ पहले से ही सचिन पायलट किसानों को गाँव गाँव जा कर लामबंद करने में जुटे हैं।
जबकि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पहले ही गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाक़ात कर कांग्रेस के किसान आंदोलन को खुला समर्थन देने की बात कह चुके है।
जबकि पार्टी की रणनीति के अनुसार दीपेंद्र हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला को हरियाणा में किसानों से सीधा संवाद कायम करने को कहा गया है ,जबकि सुनील कुमार जाखड़ को पंजाब में ऐसी ही ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है। माना जा रहा है महाराष्ट्र में भी नाना पटोले को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस किसानों एकजुट करने का जिम्मा पटोले को दे चुकी है।