देश में चल रहे किसान आंदोलन को और विवादित कृषि बिल के लेकर विपक्षी पार्टियां एकजुट होते हुए दिख रही है और इस एकजुटता को कांग्रेस और मजबूत करने के लिए लगातार विपक्षी नेताओं के संपर्क में है।
सोमवार को लोकसभा की बैठक से पहले राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ संसदीय नेताओं ने विपक्षी दलों के साथ बैठक की।
इस बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, डीएमके और अन्य दलों के नेता मौजूद थे। प्राप्त जानकारी के अनुसाद कांग्रेस पार्टी विपक्ष के अन्य दलों के साथ बातचीत कर एक संयुक्त रूख अपनाएगी।
कृषि बिल के संसद में पास होने के बाद से ही कांग्रेस लगातार इस बिल का विरोध कर रही है और राहुल गांधी भी लगातर इसको लेकर मुखर होकर अपनी बात रख रहे हैं।
दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में बोले और जमकर बोले. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव से बोलना शुरू किया और किसान आंदोलन के डीएनए तक बोले. पीएम मोदी ने संसद से देश को FDI “फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट” की नई परिभाषा बताई, जो किसान आंदोलन के संदर्भ में निकल कर सामने आया है.
संसद में पीएम मोदी ने कहा कि देश को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की जरूरत है. मगर नया FDI जो आया है, उससे बचने की जरूरत है. हिंदी में इसका तर्जुमा करें तो इसका मतलब होता है विदेशी विनाशकारी विचारधारा. पीएम मोदी ने FDI की नई व्याख्या किसान आंदोलन के संदर्भ में की है।