कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने फिर एक बार बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
राहुल ने देश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों के पद कथित तौर पर खाली होने को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार युवाओं के पास ‘ असली डिग्री ‘ होने पर उन्हें दंडित कर रही है।
राहुल ने कुछ खबरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ”शिक्षित युवा भीषण बेरोजगारी का सामना कर रहे है। ऐसा लगता है कि भारत सरकार उन्हें, खासकर ओबीसी-अजा-अजजा वर्गों के युवाओं को असली डिग्री होने पर दंडित कर रही है।”
कांग्रेस नेता ने जो खबरें साझा की हैं उनके मुताबिक, आईआईटी और कई केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के कई पद खाली हैं और कई भारतीय प्रबंध संस्थानों (आईआईएम) में ओबीसी और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पदों में से 60 फीसदी पद खाली हैं।
इससे पहले राहुल गांधी ने दो विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में स्वतंत्रता और लोकतंत्र की स्थिति की आलोचना किए जाने के संदर्भ में मंगलवार को कहा कि देश को इन संस्थाओं से मुहर की जरूरत नहीं है, लेकिन यहां हालात इनकी कल्पना से कहीं ज्यादा खराब हैं। उन्होंने अमेरिका के ब्राउन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आशुतोष वार्ष्णेय के साथ ऑनलाइन बातचीत में यह दावा भी किया कि अगर कोई फेसबुक और व्हाट्सऐप को नियंत्रित कर सकता है तो फिर लोकतंत्र नष्ट हो सकता है।