छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट ने कोरोना की वजह से बेसहारा हुए बच्चों की पढ़ाई के लिए 500 रुपए से 1000 रुपए महीने तक की छात्रवृत्ति की सीएम की घोषणा पर मुहर लगा दी है।
इन बच्चों की पढ़ाई छत्तीसगढ़ महतारी जतन नाम की योजना से कराई जाएगी। ऐसे बच्चों को स्वामी आत्मानंद सरकारी अंग्रेजी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। यही नहीं, कैबिनेट ने सरकारी विभागों में तृतीय श्रेणी के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति की 10 प्रतिशत की सीलिंग को 31 मई 2022 तक के लिए शिथिल कर दिया है। इससे कोरोना में जान गंवाने वाले सरकारी कर्मचारियों के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने का रास्ता भी साफ हो गया है।
यही नहीं, राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों को राजीव गांधी न्याय योजना के तहत 58 सौ करोड़ से अधिक की राशि उनके खाते में जमा करने तथा कुछ नई फसलों को इस योजना में शामिल करने का फैसला किया है। यह राशि 21 मई को चार किस्तों में दी जाएगी। इस बार किसानों को 9 हजार रुपए प्रति एकड़ सहायता राशि दी जाएगी।
कोरोना संक्रमण के कारण अपने माता-पिता या दोनों को खो चुके पढ़ाई योग्य बच्चों को सरकार नि:शुल्क देगी। छत्तीसगढ़ महतारी जतन योजना में पहली से आठवीं तक के बच्चों को पांच सौ रुपए तथा नवमीं से बारहवीं तक के बच्चों को एक हजार रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति भी दी जाएगी।