कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के लिए आयोजित अंतिम अरदास में पहुंचीं। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए हुई प्रार्थना में भाग लिया।
हिंसा वाली जगह से एक किलोमीटर दूर इस प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। प्रियंका के साथ यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे।
दोपहर में कार्यक्रम में पहुंचीं प्रियंका ने अंतिम अरदास में हिस्सा लिया और मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि भी दी. उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने आए अन्य किसानों के साथ बातचीत भी की.
आरएलडी नेता और पूर्व सांसद जयंत चौधरी भी इस प्रार्थना सभा में पहुंचे. इससे पहले लखीमपुर खीरी के रास्ते में उन्हें बरेली में पुलिस के द्वारा रोके जाने की खबर आई थी. हालांकि थोड़ी देर बाद ही वो बरेली से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए थे।
इससे पहले घटना के बाद प्रियंका लखीमपुर खीरी के लिए लखनऊ से रवाना हुई थी जिसके बाद यूपी पुलिस ने उन्हें हिरासत में 2 दिन रखा था मगर विरोध के बाद प्रियंका गांधी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की थी।
प्रियंका गांधी घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को मंत्री पद से बर्खास्त करने के लिए लखनऊ में मौन धरना पर भी बैठी थी।