प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी किसानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरेंगी।
लखीमपुर में हुए हिंसा और किसानों की दर्दनाक मौत के बाद से ही कांग्रेस और प्रियंका आक्रमक है। कांग्रेस अब इस घटना के लिए न्याय की आवाज काशी से बुलंद करने जा रही है।
आज रोहनिया के जगतपुर इंटर कॉलेज में होने वाली प्रियंका के इस रैली को कांग्रेस ने पहले प्रतिज्ञा रैली का नाम दिया है मगर बदलते घटनाक्रम और मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखकर इसका नाम किसान न्याय रैली कर दिया गया है। माना जा रहा है कि रैली किसानों को न्याय दिलाने और उनकी लड़ाई पर केंद्रित होगी।
किसान न्याय रैली के लिए लोगो को आमंत्रित करते हुए प्रियंका ने कहा है कि किसानों को दबाने और कुचलने की भाजपा सरकारों की मंशा हम पूरी नहीं होने देंगे।
गौरतलब है ई लखीमपुर हिंसा के बाद विपक्ष के तमाम बड़े नेता योगी सरकार को कटघड़े में खड़ा कर रहे हैं। इस पूरे राजनैतिक घटनाक्रम में कांग्रेस सबसे ज्यादा मुखर रही। तमाम विपक्षी दलों के बड़े चेहरों के बीच प्रियंका गांधी ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई और योगी सरकार को लखीमपुर जाने की इजाजत देनी पड़ी।
इसी बात का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ने बनारस में पूर्व निर्धारित प्रतिज्ञा रैली का नाम अब बदल कर किसान न्याय रैली कर दिया है। प्रियंका गांधी की रैली रोहनिया के जगतपुर डिग्री कॉलेज में होनी है।
बनारस में डटे कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी की रैली भव्य बनाने के लिए सलमान खुर्शीद, इमरान प्रतापगढ़ी, अजय लल्लू, राजेश तिवारी, प्रमोद तिवारी बनारस पहुंच चुके हैं। स्थानी कांग्रेसी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी और पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र भी रैली स्थल का जायजा लिया है।
पूर्व विधायक अजय राय ने बताया कि कांग्रेस महासचिव बाबा श्री काशी विश्वनाथ, मां कुष्मांडा, बाबा काल भैरव दरबार का दर्शन करेंगी। इसके बाद वह किसान न्याय रैली में चुनावी शंखनाद करेंगी।