कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जन-धन खातों में पैसे ट्रांसफर करने में हुई कथित धांधली को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट को शेयर किया है, जिसके मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने जन-धन खाताधारकों के अकाउंट से कुल 164 करोड़ रुपए की राशि काट ली। इस रिपोर्ट में आईआईटी बॉम्बे की स्टडी का हवाला देते हुए यह दावा किया गया है।
मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, साल 2017 से लेकर सितंबर 2020 तक स्टेट बैंक ने यूपीआई और रूपे कार्ड से हुई ट्रांजेक्शन के जरिए जन-धन खाताधारकों के खाते में करीब 254 करोड़ रुपए इकट्ठे किए। इसके बाद बैंक ने हर खाताधारक के खाते से इस दौरान 17.70 रुपए काटे। इसको लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘कौन है जो जन का धन ‘खाता’ जा रहा है?’
आईआईटी मुंबई की तरफ से जन-धन खाता योजना पर तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार से इस शुल्क राशि को लौटाने के निर्देश मिलने के बाद भी बैंक ने अभी तक सिर्फ 90 करोड़ रुपए ही खाताधारकों को लौटाए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ने अभी 164 करोड़ रुपए की राशि नहीं लौटाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, एसबीआई ने अप्रैल 2017 से लेकर सितंबर 2020 के दौरान जनधन योजना के तहत खोले गए साधारण बचत खातों से यूपीआई एवं रुपे लेनदेन के एवज में कुल 254 करोड़ रुपए से अधिक शुल्क वसूला था। इसमें प्रति लेनदेन बैंक ने खाताधारकों से 17.70 रुपए का शुल्क लिया। इस बारे में स्पष्टीकरण के लिए भेजे गए सवालों का देश के सबसे बड़े बैंक ने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, किसी भी दूसरे बैंक के उलट एसबीआई ने जनधन खाताधारकों द्वारा डिजिटल लेनदेन करने पर शुल्क वसूलना शुरू कर दिया था। एक महीने में 4 से अधिक निकासी करने पर बैंक 17.70 रुपए प्रति लेनदेन का शुल्क ले रहा था।