राजस्थान में महीनों तक चली उथल-पुथल के बीच आज नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण होगा। शपथग्रहण से पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कैबिनेट पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की नई सूची से अच्छा संदेश गया है.
उन्होंने कहा कि कुछ कमियां थीं, वो पूरी हो गईं हैं. कैबिनेट के फेरबदल को लेकर पायलट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अशोक गहलोत और अजय माकन का धन्यवाद दिया.
पायलट ने कहा कि दलित समाज के चार कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं जोकि हमारे लिए बहुत अच्छी बात है. आदिवासी भाई बहनों को उचित प्रतिनिधित्व मिला है यह लोग हमारे साथ रहे हैं. जो तबका हमेशा से हमारे साथ रहा है उसको उसका हिस्सा देने का काम किया गया है. उन्होंने बताया कि नया मंत्रिमंडल सभी लोगों से चर्चा और मंजूरी मिलने के बाद बना है. उन्होंने कहा कि दिल्ली और राजस्थान के नेताओं ने मिलकर नया मंत्रिमंडल तैयार किया है.
उन्होंने कहा, कांग्रेस में कोई गुट नहीं है. सुबह मैंने देखा कि लोग दिखा रहे हैं पायलट गुट से इतना, अशोक गुट से इतना मगर जब 2018 का चुना हुआ था तो हमने सबके साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और सबके साथ मिलकर सरकार बनायी है. इसलिए कांग्रेस में हमारा एक ही गुट है और वो कांग्रेस आलाकमान का गुट है। आलाकमान गुट बोलकर पायलट ने आलाकमान पर उंगली उठाने वाले नेताओं को भी चुप करा दिया है जिस कारण पायलट के इस बयान का बड़ा मायने बताए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी मांग थी कि जो कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता रहे हैं उनको सही प्रतिनिधित्व मिले. जो बोर्ड हैं, निगम हैं, आयोग हैं, उसमें इन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ईनाम मिले. उन्होंने कहा कि मैं चाह रहा था कि एससी, एसटी, ओबीसी को सही जगह मिले. हमें खुशी है कि जो मुद्दे हमने उठाए, उस पर सुनवाई हुई है।
मंत्रिमंडल में प्रियंका गांधी की छाप देखी जा रही है. तीन महिलाओं को मंत्री बनाया गया है.सचिन पायलट ने कहा कि, वे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सोच को आगे लेकर आए हैं और इसी सोच के मुताबिक हामरी कैबिनेट में तीन महिलाओं को मंत्रिमडल में जगह दी गई है.उन्होंने कहा कि एससी और एसटी से भी मंत्री बनाए गए हैं. पायलट ने मंत्री मंडल विस्तार पर कांग्रेस आलाकमान और राजस्थान के मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया.
राज्य की कांग्रेस सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करने जा रही है और मंत्रिमंडल में यह पहला फेरबदल है जिसे पार्टी आलाकमान द्वारा क्षेत्रीय व जातीय संतुलन के साथ साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी सूची के अनुसार कैबिनेट मंत्री के रूप में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल व शकुंतला रावत को शपथ दिलाई जाएगी. वहीं, विधायक जाहिदा खान, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढ़ा व मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी. इनमें ममता भूपेश, भजनलाल जाटव व टीकाराम जूली इस समय राज्यमंत्री हैं. उन्हें पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी.