एक और शहर सरकार की चाबी कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली है। मुंगेली नगर पालिका में 11 पार्षद होने के बावजूद भाजपा हार गई। 10 पार्षदों के साथ कांग्रेस ने 13 मत हासिल किए और अध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया।कांग्रेस के हेमेन्द्र गोस्वामी नगर पालिका अध्यक्ष चुन लिए गए। कई दिनों से चल रही गहमा गहमी और तनावभरे माहौल के बीच मतदान के बाद कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में 13 तो भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में महज 5 वोट निकले। 3 मत रिजेक्ट कर दिए गए। सालों बाद मुंगेली में मिली जीत के बाद कांग्रेसियों का उत्साह चरम पर है। बहुमत के बावजूद मिली हार से भाजपाई निराश दिखे।
वहीं खैरागढ़ में नगर पालिका परिषद् के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर गहमा-गहमी माहौल रहा। भारी-भरकम सुरक्षा इंतजाम के बीच पार्षदों की वोटिंग में टाई हो गया।भाजपा और कांग्रेस दोनो ही पार्टियों के यहां 10-10 पार्षद हैं। टाई हो जाने के बाद प्रशासनिक अफसरों ने पर्ची के जरिए फैसला करने का निर्णय लिया। और एक बार फिर से वह पर्ची कांग्रेस के पक्ष में ही निकली। एक बार फिर हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसी शहर में पार्षद पद के दो प्रत्याशियों के बीच भी टाई हुआ था। उस समय भी कांग्रेस के ही पक्ष में फैसला आया था। कांग्रेस से शैलेन्द्र वर्मा अध्यक्ष और रज्जाक खान उपाध्यक्ष चुने गए। भाजपा की ओर से चंद्रशेखर यादव अध्यक्ष और विनय देवांगन उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी बनाए गए थे।