बिकरू कांड की पीड़िता नाबालिग खुशी दुबे की मां को लेकर चल रही अटकलों को अब विराम लग गया है। यूपी के राजनीतिक गलियारों में लंबे समय से चर्चा था कि कानपुर की कल्याणपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस जेल में बंद बेगुनाह खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी को टिकट दे सकती है। जिसपर मुहर लग गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने की दिन से चल रही अटकलों को विराम देते हुए गायत्री तिवारी की उम्मीदवारी पर मुहर लगा दी है।
आपको बता दें कि कानपुर में गायत्री तिवारी की उम्मीदवारी को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा गरम थी। तमाम उम्मीदवार उनको प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर विरोध भी जता रहे थे।
इससे पहले राजनीतिक पार्टियों के बीच ब्राह्मण बेटी खुशी की मां को चुनाव लड़ाने की होड़ मची थी। कांग्रेस जहां उन्हें कल्याणपुर से टिकट देना चाह रही हैं वहीं सपा उन्हें गोविंद नगर से मैदान में उतारने की तैयारी में लगी थी। कांग्रेस दिल्ली में तो सपा उन्हें लखनऊ में पार्टी की सदस्यता दिलाने की तैयारी कर रही थी। बहरहाल सभी अटकलों को विराम देते हुए कांग्रेस ने गायत्री की उम्मीदवारी पर अंतिम मुहर लगा दी है।
बिकरू कांड की बेगुनाह और जेल में बंद खुशी की मां गायत्री तिवारी पनकी रतनपुर में रहती हैं। कुछ दिन पहले कांग्रेस के पदाधिकारी गायत्री से उनके आवास पर मिले थे। उन्हें कल्याणपुर से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया था। सोमवार को दिल्ली ले जाकर पार्टी की सदस्यता दिलायी जानी थी इससे पहले सपा ने उन्हें विश्वास में लेकर गोविंदनगर से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन बाद में सपा ने अपने पुराने कार्यकर्ता सम्राट विकास को गोविंदनगर सीट से प्रत्याशी बना दिया था। दरअसल राजनीतिक पार्टियों का मानना है कि बिकरू कांड में आरोपित बनाई गई गायत्री तिवारी की बेटी को पुलिस ने निर्दोष होने के बावजूद भी फंसा दिया। बिकरू कांड के बाद हुई इस घटना से ब्राह्मण नाराज हैं ऐसे में गायत्री तिवारी के साथ लोगों की संवेदनाएं होंगी जो पार्टी को चुनाव में फायदा दिला सकती है।