कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा के लो प्रोफाइल चुनावी अभियान पर हैरानगी जाहिर की है और कहा है कि चुनाव इतने करीब होते हुए भी बसपा सुप्रीमो शांत बनी हुई हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि छह सात महीने पहले हम सोचते थे कि मायावती सक्रिय नहीं है, शायद वे चुनाव के करीब शुरू हो जाएं लेकिन अब हम भी बहुत हैरान हैं कि चुनाव शुरू हो चुका है। हम चुनावों के बीच में हैं। बावजूद इसके वो सक्रिय नहीं हैं।
प्रिंयका गांधी ने कहा कि वह बहुत शांत हैं, मैं समझ नहीं पा रही हूं। यह संभव है कि भाजपा सरकार उनपर दबाव बना रही हो। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उन्होंने असम और गोवा में प्रचार किया है लेकिन यूपी में शांत हैं। प्रियंका ने कहा कि जहां मेरी पार्टी मुझसे प्रचार करने को कहती है, मैं वहां-वहां चुनाव प्रचार करती हूं।
एक इंटरव्यू में यह पूछे जाने पर कि यूपी में कांग्रेस की गठबंधन वार्ता सफल नहीं रही और क्या अन्य राज्यों में अपने दम पर ही चुनाव लड़ना कांग्रेस का मॉडल होगा? प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन या अपने दम पर चुनाव लड़ना कांग्रेस के लिए एक डायनमिक पॉलिसी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के लिए बोल रही हूं। हमने यूपी में अतीत में गठबंधन के साथ प्रयोग किया है। हमने 2002 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था। इससे पहले हमने बसपा के साथ गठबंधन किया था। इसलिए उत्तर प्रदेश में हमारे पास यही रास्ता है जिसे हमने चुना है। मैं अन्य राज्यों के बारे में नहीं बोल सकती कि क्या कांग्रेस पार्टी इस रास्ते पर चलेगी। मुझे लगता है कि इस बारे में पार्टी की एक प्रगतिशील नीति है और यह निर्णय उसी आधार पर होगा।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। 10 फरवरी को पहले चरण के लिए मतदान होगा। 10 मार्च को नतीजे सामने आएंगे।