शिवराज ने माना उत्तराखंड में बीजेपी हार रही है, हरीश रावत ने वीडियो शेयर करके किया दावा

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री व भाजपा के स्टार प्रचार शिवराज चौहान ने भी मान लिया है कि भाजपा प्रदेश में हार रही है।

वीडियो में शिवराज चौहान कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि उत्तराखंड में भाजपा तो गई। वह कहते हैं उत्तराखंड में कांग्रेस से कड़ा मुकाबला है। हरीश रावत का दावा है कि भाजपा ने उत्तराखंड में अपनी हार को स्वीकार कर लिया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने अपने ट्वीट में लिखा- उत्तराखंड से प्रचार करके लोटे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बताई उत्तराखंड के भाजपा की हकीकत बोले उत्तराखंड से भाजपा तो गई।

वहीं शिवराज चौहान की ओर से इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इससे पहले शिवराज चौहान विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अल्मोड़ा और रुड़की में चुनाव प्रचार किया। उसके बाद यह वीडियो सामने आया है। अल्मोड़ा में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि कांग्रेस केकड़ों की पार्टी बन गई है। एक दूसरे को पकड़कर खींचो और खड्डे में डाला। हम तो डूबे सनम, तुमको भी ले डूबेंगे। चौहान ने कहा कि किसी सभा में पूछा जाए मुख्यमंत्री जी तो कांग्रेस पार्टी में 25-25 लोगों की आवाज आएगी। जबकि भाजपा में स्पष्ट किया जा चुका है कि भाजपा की सरकार बनने पर पुष्कर सिंह धामी ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री होंगे।

कुछ दिन पहले शिवराज सिंह चौहान ने हल्दवानी में कांग्रेस पर व्यंग्य करते हुए कहा था कि कांग्रेस के चार धाम सोनिया गांधी, बाबा राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा हैं। वे उससे आगे कुछ नहीं सोच पाते। जब हरीश रावत मुख्यमंत्री थे तो वे भी इन्ही धामों के गुण गाते थे। इसके बाद हरीश रावत ने उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को गैर जिम्मेदाराना बात नहीं कहनी चाहिए। जिस तरह से उन्होंने चारधाम को लेकर टिप्पणी की है, वह अमर्यादित और निंदनीय है। उनका कांग्रेस और प्रतिद्वंदी पार्टी के लिए इस तरह का बयान देना लोकतंत्र का अपमान है।

इसके बाद हरीश रावत ने उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को गैर जिम्मेदाराना बात नहीं कहनी चाहिए। जिस तरह से उन्होंने चारधाम को लेकर टिप्पणी की है, वह अमर्यादित और निंदनीय है। उनका कांग्रेस और प्रतिद्वंदी पार्टी के लिए इस तरह का बयान देना लोकतंत्र का अपमान है। रावत ने शिवराज को नकली धर्माचरणी बताया था जिनका धर्म में विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में धर्म पर विश्वास रखने वाले लोग हैं। कांग्रेस नेता ने कहा था कि उन्हें अपने धर्म पर विश्वास है जिसकी व्याख्या शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने की थी। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि हमारा धर्म महान है, हमारा धर्म उदार है और हमारा धर्म भारतीय परंपरा का प्रतीक है। इसलिए वह अपने इस धर्म को देखते हैं लेकिन शिवराज सिंह और भाजपा के लोग धर्म के नाम पर बांटने वाले लोग हैं।

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