कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सच्चाई से दूर था, उसमें बेरोजगारी के बारे में कोई जिक्र नहीं था। राष्ट्रपति के अभिभाषण में भारत की चुनौतियों के बारे में एक-दो बातों का जिक्र नहीं किया गया है। जबकि पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने अपना रोजगार खो दिया। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी इस वक्त हिंदुस्तान में है।
अभिभाषण में कामों की लंबी सूची तो थी, लेकिन इसमें यह नहीं बताया गया कि आज भारत बंट चुका है। आज एक नहीं दो भारत हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में दो हिंदुस्तान बसते हैं- एक अमीरों का हिंदुस्तान और एक गरीबों का हिंदुस्तान। अब इन दोनों हिंदुस्तानों में खाई बढ़ती जा रही है। रोजगार ढूंढने के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार में रेलवे की नौकरी के लिए युवाओं ने क्या किया। उसके बारे में जिक्र नहीं हुआ। भारत के युवाओं के पास रोजगार नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी का जिक्र नहीं है। सब जगह युवा सिर्फ एक ही चीज मांग रहा है- रोजगार। यह आपकी सरकार नहीं दे पा रही है।
राहुल गांधी ने दावा किया है कि भारत में मेड इन इंडिया नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस पिछले साल तीन करोड़ युवा रोजगार खो चुके हैं। आप बात करते हो रोजगार देने की। 2021 में तीन करोड़ युवा खो चुके हैं। 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है। आपने मेक इन इंडिया की बात की, मगर जो रोजगार युवाओं को मिलना चाहिए, वो उन्हें नहीं मिला और ऊपर से बेरोजगारी पैदा हुई है। आपने भी अपने भाषणों में ये बात नहीं की कि कितने लोगों को रोजगार दिया गया, किस प्रकार किया गया। आप बोल भी नहीं पाएंगे क्योंकि आपने कहा तो देश का युवा कहेगा कि मजाक कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के 84 फीसदी लोगों की आमदनी घटी है। वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था। 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया।