देश में हमेशा रोजगार और बेरोजगारी को लेकर सियासी बयानबाजियां होती ही रहती हैं। इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह देते हुए बताया है कि देश में बेरोजगारी दर कैसे काम की जा सकती है।
दरअसल सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी संगठन की ओर से जारी किए गए बेरोजगारी के नए आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ 1.7 प्रतिशत के साथ देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले प्रदेशों में तीसरे स्थान पर है। फरवरी 2022 की स्थिति में सीएमआईई की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक ओडिशा में एक प्रतिशत के साथ सबसे कम बेरोजगारी दर दर्ज की गई है,वहीँ सबसे अधिक बेरोजगारी दर राजस्थान में 32.3 और हरियाणा में 31 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ 1.7 प्रतिशत के साथ कम बेरोजगारी वाले प्रदेशों में तीसरे स्थान पर है, जबकि ओडिशा 01 प्रतिशत के साथ पहले नंबर पर है।
सूची में 1.4 फीसदी के साथ मेघालय के साथ दूसरे और कर्नाटक 2 प्रतिशत के साथ चौथे क्रम पर है। कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में बेरोजगारी की दर 32.3 , हरियाणा में 31 , झारखंड में 15 और बिहार में 14 प्रतिशत दर्ज की गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी की तजि रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बेरोजगारी दर 7.4 प्रतिशत है। इसमें से शहरों में बेरोजगारी की दर 8.1 और गांवों में बेरोजगारी 7.2 प्रतिशत है।
सीएमआईई की रिपोर्ट को आधार बनाकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने के बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट में लिखा है कि “एक युद्ध बेरोजगारी के विरुद्ध, आप सबको बताना चाहूँगा कि CMIE के आँकड़ों के मुताबिक आज छत्तीसगढ़ में सिर्फ 1.7% बेरोजगारी दर है। जबकि देश की बेरोजगारी दर 7.4% है। मोदी जी से आग्रह है कि देश की बेरोजगारी कम करने के लिए देशहित में छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार का मॉडल जरूर अपनाएँ।
इधर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की छत्तीसगढ़ मॉडल के चलते छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दरों में कमी आई है। पूर्व के रमन सरकार के दौरान 2018 में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत था, आज 1.7 प्रतिशत है ,जो राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 7.5 प्रतिशत के आधा से भी कम है। सीएमआईई के आंकड़े मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के द्वारा राज्य में बेरोजगारी खत्म करने शुरू किए गए रोजगारमुल्क योजनाओ की सफलता की गवाही दे रही है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अब मोदी सरकार को गुजरात मॉडल को त्याग कर छत्तीसगढ़ मॉडल को अपनाना चाहिए।गुजरात मॉडल से बीते सात साल में देश को सिर्फ नुकसान हुआ है।बेरोजगारी के मामले में देश 45 साल पुरानी स्थिति में है, महंगाई चरम सीमा में है।