कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने आज अपने विरोधियों पर ट्वीट के जरिए प्रहार किया है। सोशल मीडिया तथा अपने ट्विटर हैंडल पर डाले विचारों में हरीश चौधरी ने कहा कि ‘बराबरी नहीं कर सकते तो बदनाम करना शुरू करते हैं, बदनामी से बदनाम कर सकते हो, नाकाम नहीं।’
हरीश चौधरी को पिछले कुछ समय से राजस्थान व पंजाब के कुछ विरोधियों द्वारा निशाने पर लिया जा रहा था।
ट्वीट के जरिए हरीश चौधरी ने यह संकेत अपने विरोधियों को दिया है कि चाहे वह उन्हें कितना ही बदनाम क्यों न कर लें पर इसका यह अर्थ नहीं है कि वह उन्हें राजनीति के क्षेत्र में विफल बना देंगे। हरीश चौधरी पिछले कुछ वर्षों से लगातार राजस्थान से राष्ट्रीय राजनीति में उभर कर सामने आए हैं। राजस्थान में हरीश चौधरी मंत्री पद पर भी विराजमान रहे। उसके बाद राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया।
राष्ट्रीय महासचिव बनाने के बाद राहुल ने हरीश चौधरी को पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब कांग्रेस की बागडोर भी सौंप दी तथा उनके कंधों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी डाली गई। हरीश चौधरी ने पंजाब प्रभारी बनने के बाद विधानसभा चुनावों में टिकट वितरण में भी अहम भूमिका अदा की। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, ओ.पी. सोनी व अन्य के साथ उनका तालमेल अच्छा रहा।
इस दौरान कुछ विरोधियों ने उन पर सियासी प्रहार भी किए। इसके बावजूद हरीश चौधरी ने अभी तक न तो राजस्थान और न ही पंजाब के विरोधियों को कोई जवाब दिया था पर आज ट्वीट के जरिए उन्होंने जवाब देने की कोशिश की है। कांग्रेसी यह देख रहे हैं कि उन्होंने राजस्थान में अपने विरोधियों को जवाब दिया है या फिर पंजाब में।