यूक्रेन में रूस के बड़े हमलों के चलते भारतीय नागरिकों की जान खतरे में है, तो इनमें से सबसे अधिक संख्या मेडिकल छात्रों की है। ऐसे में भारत में विपक्षी दल के प्रमुख नेताओं में शुमार और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि केंद्र को रूस के हमले से बुरी तरह प्रभावित पूर्वी यूरोपीय देश यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने की अपनी स्पष्ट रणनीति के बारे में उनके परिवारों को बताना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ”और त्रासदी ना हो इसके लिए केंद्र सरकार को बताना होगा कि अब तक कितने छात्रों को बचाकर ला चुके हैं? कितने अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं? हर क्षेत्र के लिए विस्तृत निकासी योजना क्या है?”
राहुल गांधी ने कहा, ”इन परिवारों को एक स्पष्ट रणनीति बताना हमारी ज़िम्मेदारी है।” कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि जब यूक्रेन में भारतीय छात्र बमों और मिसाइलों की जद में हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ”जब यूक्रेन में हज़ारों बच्चे बमों और मिसाईलों के प्रहार के दायरे में हैं… तब उनका (मोदी का) ‘आनंद’ चुनाव प्रचार में है ? कई दिनों से बंकरों में भूखे प्यासे, खुले आसमान के नीचे बर्फबारी में, भीषण बमबारी में फ़ँसे हज़ारों बच्चों की ज़िन्दगी ख़तरे में क्यों है मोदी जी?”
पिछले 24 घंटों में भारत के लिए छह उड़ानें रवाना हुई हैं
रूसी हमले के बाद युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के भारत के अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत पिछले 24 घंटों में भारत के लिए छह उड़ानें रवाना हुई हैं। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीयों को जमीनी सीमा चौकियों के जरिए यूक्रेन से निकलने के बाद हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया से हवाई मार्ग से स्वदेश लाया जा रहा है।
मंगलवार को विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने कहा था कि
विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने मंगलवार की रात को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि आगामी तीन दिन में भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए 26 उड़ानें निर्धारित की गई हैं। उन्होंने कहा कि बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा, पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य के हवाई अड्डों का भी उपयोग निकासी उड़ानों के संचालन के लिए किया जाएगा।