मध्य्प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया!
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री पद भी संभाला था सत्ता से बेदखल होने के बाद मुख्यमंत्री पद हाथ से गया तो नेता प्रतिपक्ष बना दिए गए. यानि एक बार में एक साथ दो पदों पर वो बने रहे.
उन्होंने अगस्त 2020 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी. दो पद अपने पास रखने के कारण बीजेपी हमेशा कमलनाथ पर हमलावर रही है. कमलनाथ ने भी इस बात का जिक्र किया था कि वो किसी पद के लिए अर्जी नहीं लगा रहे हैं. पार्टी हाईकमान जब चाहेगा वह पद छोड़ देंगे.
कांग्रेस ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और कहा कि डॉ गोविंद सिंह अब कमलनाथ के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गोविंद सिंह को वो जिम्मेदारी मिल गयी जिसके वो अघोषित रूप से दावेदार थे. इसी के साथ ग्वालियर-चंबल और गोविंद सिंह के अनुभव को भी कांग्रेस पार्टी ने तव्जजो दे दी।
कमलनाथ को लिखे पत्र में, एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने लिखा: आपको सूचित करना है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने नेता, कांग्रेस विधायक दल, मध्य प्रदेश के पद से आपका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। पार्टी सीएलपी नेता, मध्य प्रदेश के रूप में आपके योगदान की तहे दिल से सराहना करती है।
नाथ ने 2018 में राज्य विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लगभग 15 महीने तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। हालांकि, मौजूदा विधायकों द्वारा इस्तीफे के बाद राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद मार्च 2020 में कांग्रेस सरकार गिर गई। इसके बाद नाथ ने जुलाई 2020 में कांग्रेस विधायक दल के नेता का पद ग्रहण किया। सबसे पुरानी पार्टी ने हाल ही में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब सहित कुछ राज्यों में अपना नेतृत्व बदला है।
इस महीने की शुरुआत में, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अमरिंदर सिंह बराड़ को पार्टी की पंजाब इकाई का नया प्रमुख और पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा को विधायक दल का नया नेता नियुक्त किया।इसी तरह हरियाणा और हिमाचल में भी बदलाव हुए हैं। हरियाणा में उदयभान और हिमाचल में प्रतिभा सिंह को प्रदेश यूनिट की कमान सौंपी गई है।
अब कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। डॉक्टर गोविंद सिंह को कमलनाथ की जगह नेता नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते आगामी चुनाव को देखते हुए उनके पास जिम्मेदारियां बढ़ गई थी। प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी में उनकी दोहरी भूमिका हो गई थी।
