एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ पूरी मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि राजनीति में हार जीत होती रहती है। लेकिन सत्ता को दिमाग में नहीं लाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं का संकुचित विचार देश हित में नहीं है।
शरद पवार ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की जांच एजेंसी सीबीआई और ईडी की कार्रवाई का डर दिखाकर जनप्रतिनिधियों को धमकाया जाता है, लेकिन एनसीपी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इन कार्रवाईयों का करारा जवाब देंगे।
शरद पवार ने कहा कि मैंने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह जैसे प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल देखा है। जब अन्य देशों के नेता भारत आते थे तब वह दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता जाते थे। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। अब कोई बाहरी देश का नेता आता है तो वह भारत आते जरूर है, लेकिन गुजरात जाते हैं।
शरद पवार ने कहां है कि मुझे खुशी है कि विदेशी प्रतिनिधि गुजरात जाते हैं। लेकिन यह दिल्ली के शासकों के बारे में यह बताता है कि वह देश के दूसरे राज्यों के बारे में क्या सोचते हैं।
अमित शाह पर हमला
शरद पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा है और कहा है कि देश की राजधानी दिल्ली को सांप्रदायिक दंगों से बचाने में वह पूरी तरीके से असफल रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा है कि दिल्ली संप्रदायिक तनाव के कारण जल रही थी। दिल्ली राज्य अरविंद केजरीवाल द्वारा नियंत्रित है। लेकिन इसकी पुलिस अमित शाह द्वारा नियंत्रित है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है।
पवार ने कहा कि, अगर दिल्ली में कुछ होता है तो दुनिया में संदेश जाता है दुनिया सोचेगी कि दिल्ली में अशांति है। शरद पवार ने कहा कि अमित शाह को दिल्ली को एकीकृत करने के लिए कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन वह ऐसा करने में सफल नहीं हुए। आपके पास ताकत है लेकिन दिल्ली जैसे शहर को संभाल भी नहीं सकते। उन्होंने कहा कि हमें इस देश में सत्ता में मौजूद सांप्रदायिक ताकतों को उखाड़ फेंकना होगा।