गुजरात की वड़गाम विधानसभा सीट से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को गुजरात पहुंचकर असम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और असम पुलिस जिग्नेश को पालनपुर से गिरफ्तार कर पहले अहमदाबाद ले गई, फिर सुबह सुबह उन्हें असम ले जाया गया।
जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक जिग्नेश बुधवार को पालनपुर में थे। वह सर्किट हाउस में रुके हुए थे। इसी बीच देर रात असम पुलिस की एक टीम सर्किट हाउस पहुंची और जिग्नेश को गिरफ्तार कर लिया। जिग्नेश की गिरफ्तारी की जानकारी उनके समर्थकों ने दी है।
जिग्नेश के समर्थकों ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक असम पुलिस की टीम ने अपने यहां दर्ज मामले का हवाला देते हुए गिरफ्तारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है। उनके समर्थकों का आरोप है कि असम पुलिस की ओर से उनको एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई, जो कथित रूप से उनके खिलाफ दर्ज है।
जिग्नेश की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि- कल को विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सिर्फ एक ट्वीट के कारण गिरफ्तारी और वह भी आधी रात को कुछ तो गड़बड़ है। मेरी सरकार से चेतावनी है कि जिग्नेश मेवाणी के साथ कुछ भी हुआ तो जिम्मेदारी आपकी होगी। अब तो देश में विधायक भी सुरक्षित नहीं है।
आपको बता दें कि जिग्नेश गुजरात में कांग्रेस की तरफ से एक दलित चेहरा बनकर लगातार उभर रहे हैं। पहली बार वह हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर के साथ 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान गुजरात में भाजपा की प्रभुत्व को चुनौती देने वाले युवा चेहरों के रूप में उभरे थे। इसी साल गुजरात में विधानसभा चुनाव है, इससे पहले उनकी गिरफ्तारी ने गुजरात की राजनीति में सियासी गर्मी तेज कर दी है।
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