हरियाणा के 7 पूर्व विधायक कल कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शाम चंडीगढ़ ऑफिस में सभी कांग्रेस में शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार कांग्रेस में शामिल होने वाले पार्टी से ही निष्कासित किए हुए नेता हैं। बताया जा रहा है कि इन 7 नेताओं में अधिकतर हुड्डा गुट से संबंध रखने वाले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में शामिल होने वालों में एक नेत्री फरीदाबाद से हैं तो वहीं बरवाला और नारनौंद से भी दो पूर्व विधायक हैं।
जिन पूर्व विधायकों के नाम चर्चा में हैं, उनमें राकेश कम्बोज,रामभगत शर्मा,शारदा राठौर,रामनिवास घोरेला,बरवाला से वेद नारंग के नाम शामिल है। हालांकि इन नामों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस आलाकमान द्वारा पूरी ताकत दिए जाने के बाद हुड्डा अब कांग्रेस से रुसवा हुए नेताओं और पूर्व विधायकों को वापसी घर लाने का प्रयास कर रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस संगठन को जहां मजबूत करने पर लगे हुए हैं। उनका प्रयास है कि जो पूर्व विधायक किसी भी कारण से नाराज होकर अपने घरों तक सीमित हो चुके हैं या अन्य दलों में जा चुके हैं, उनको वापिस कांग्रेस की धारा में लाया जाए।
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा राष्ट्रीय कांग्रेस आलाकमान विशेषकर सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी व राहुल गांधी के दरबार में जिस तरह पूरी मजबूती पकड़ चुके हैं। अब धीरे-धीरे वह प्रदेश संगठन में अध्यक्ष नियुक्त हुए उदय भान को साथ लेकर पुराने कांग्रेसियों को वापिस लाकर अपना शक्ति प्रदर्शन करने और संगठन क्षमता दिखाने का कोई भी मौका नहीं चूकना चाहते।
गौरतलब है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा 2014 से लेकर 2022 तक कांग्रेस की राजनीति के अंदर हरियाणा में अधिकांश विधायकों को अपने झंडे तले मजबूती से रखकर अपनी नेतृत्व क्षमता पहले ही साबित कर चुके हैं।
2014 में कांग्रेस की सरकार हटने के बाद भूपिंदर सिंह हुड्डा के साथ अधिकांश विधायक मजबूती से उनके झंडे के नीचे चलते रहे। यही कारण है कि कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर जैसे व्यक्ति को भी कांग्रेस को अलविदा कहना पड़ा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कहने पर कांग्रेस आलाकमान के द्वारा उदय भान को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जिस तरह से पूरी कमान भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दे दी गई है। उसके बाद अब संगठन को बनाना भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दायित्व माना जा रहा है। हालांकि हुड्डा के सामने, पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, जो ट्विटर पर लगातार नाराजगी व्यक्त करते आ रहे, उन्हें मनाना भी एक मुश्किल और चुनौतीपूर्ण काम होगा।