कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने तेलंगाना दौरे के बीच आज हैदराबाद की चंचलगुडा जेल में जाकर एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष वेंकट बालमूर व 18 अन्य नेताओं से मुलाकात की। इन नेताओं को उस्मानिया यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार किया गया है।
तेलंगाना दौरे के दौरान राहुल गांधी उस्मानिया यूनिवर्सिटी जाकर वहां के विद्यार्थियों से भी बात करना चाहते थे, लेकिन उन्हें इजाजत नहीं दी गई। इसके विरोध में एनएसयूआई के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विश्व विद्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस पर उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। राहुल को जब यह सूचना मिली तो वे हैदराबाद की चंचलगुडा जेल गए और वहां पार्टी के छात्र नेताओं से मुलाकात की।
इससे पहले राहुल गांधी ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘तेलंगाना के साथ धोखा करने और चोरी करने वाले’ के साथ कांग्रेस कभी हाथ नहीं मिलाएगी। उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि पृथक तेलंगाना राज्य बनाने में जो सपना देखा गया था, वो पूरा नहीं हुआ, लेकिन पिछले आठ साल में एक परिवार को फायदा हुआ है। उन्होंने यहां पार्टी की एक सभा में यह कहा कि कांग्रेस को मालूम था कि तेलंगाना राज्य बनाने से उसे नुकसान होगा, लेकिन वह राज्य के लोगों के साथ खड़ी रही।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘तेलंगाना नया प्रदेश है। यह आसानी से नहीं बना था। इस प्रदेश को बनाने के लिए तेलंगाना के युवाओं, माताओं ने अपने खून और आंसू दिए थे। यह प्रदेश किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं बना था। तेलंगाना एक सपना को पूरा करने के लिए बना था।” उन्होंने सवाल किया, ‘‘आठ साल हो गए। मैं पूछना चाहता हूं कि तेलंगाना का जो सपना था, प्रगति का सपना, उसका क्या हुआ? पूरा तेलंगाना देख सकता है कि एक परिवार को बहुत फायदा हुआ। लेकिन तेलंगाना की जनता को क्या फायदा हुआ?