राहुल गांधी ने अपने सम्बोधन में क्या विशेष बोला !

राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी के नव संकल्प शिविर के आखिरी दिन रविवार को राहुल गांधी ने पार्टी के पदाधिकारियों को संबोधित किया।

इस दौरान राहुल गांधी नए तेवर में दिखाई दिए। उन्होंने देश की मौजूदा स्थिति के बारे में बात करते हुए बीजेपी सरकार और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने साफ कहा कि वो किसी से डरने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नफरत और हिंसा की विचारधारा से लड़ रही है, राहुल गांधी ने कहा कि यह उनकी आजीवन लड़ाई है।

लगातार खोते जनाधार और पार्टी को एकजुट करने के लिए कांग्रेस ने उदयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन किया, तीन दिन के इस कार्यक्रम में रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को संबोधित किया। अपने भाषण में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से लेकर आरएसएस पर हमलावर नजर आए। राहुल ने अपने संबोधन में कहा कि मेरी लड़ाई RSS और BJP की विचारधारा से है, जो हिंसा और नफरत ये फैलाते हैं उसके खिलाफ है, ये मेरी जिंदगी की लड़ाई है, मैं मानने को तैयार नहीं हूं कि हमारे देश में इतनी नफरत फैल सकती है। हमारे खिलाफ बड़ी शक्तियां है, मैं इन शक्तियों से नहीं डरता हूं।

इसी के साथ राहुल गांधी ने अपने भाषण में इस बात को स्वीकार किया कि लोगों के साथ कांग्रेस का जुड़ाव टूट रहा है। उन्होंने पार्टी से सदस्यों से कहा कि कांग्रेस को बीजेपी से मुकाबला करने के लिए इसे फिर से बनाना होगा, क्योंकि कोई भी क्षेत्रीय पार्टी सबसे पुरानी पार्टी की तरह नहीं लड़ सकती है। राहुल ने अपने संबोधन में कहा कि हमें लोगों के साथ अपने संबंध को पुनर्जीवित करना होगा और यह स्वीकार करना होगा कि यह टूट गया है। हम इसे मजबूत करेंगे, यह किसी शार्ट-कट से नहीं होगा, इसके लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि आज भारत में बातचीत की अनुमति नहीं है। हम देखते हैं कि बातचीत का गला घोंटा जा रहा है और हम इसके परिणामों को नहीं समझते हैं। उन्होंने साफ कहा कि मैं कभी भ्रष्टाचार नहीं रहा, मैंने एक रुपया नहीं लिया, मुझे कोई डर नहीं है। मैं सच्चाई बोलने से नहीं डरता। हम नफरत और हिंसा की विचारधारा से लड़ रहे हैं।

उदयपुर में नव संकल्प शिविर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “कभी-कभी हमारे वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता अवसाद में चले जाते हैं। यह सामान्य है क्योंकि यह एक आसान लड़ाई नहीं है। यह लड़ाई एक क्षेत्रीय पार्टी द्वारा नहीं लड़ी जा सकती, क्योंकि यह विचारधारा की लड़ाई है।” उन्होंने साफ कहा कि क्षेत्रीय दल हमारी पार्टी की तरह नहीं लड़ सकते।

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