राहुल गांधी के यशपाल आर्य के हवाले से चिंतन शिविर में भाजपा पर किए हमले को लेकर भाजपा ने भी पलटवार किया है। राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतन शि विर में राहुल गांधी ने यशपाल आर्य का जिक्र करते हुए कहा कि यशपाल आर्य ने मुझे बताया कि एक दलित के रूप में उनके लिए पार्टी में कोई जगह नहीं थी और उन्हें बीजेपी में अपमानित किया गया था।
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। जानकारों का मानना है कि कांग्रेस दलित वोटबैंक को भाजपा की तरफ नहीं जाने देना चाहती है। ऐसे में यशपाल आर्य के कांग्रेस में वापसी करने का कांग्रेस पूरा फायदा उठाना चाहेगी। ये बात अलग है कि राहुल गांधी के अपने भाषण में यशपाल आर्य का जिक्र करने से यशपाल आर्य मुद्दों के केन्द्र में जरुर आ चुके हैं।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि सियासी नफा नुकसान को देखकर कांग्रेस अब नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को भाजपा में उत्पीडन का शिकार बता रही है, लेकिन अपने यहां जी 23 का लगातार बढ़ते कुनवे पर चुप्पी साध रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय स्तर से लेकर राज्यों मे भी भगदड़ की स्थिति है और कांग्रेस सत्ता के लिए छ्टपटा रही है,लेकिन पार्टी मे वरिष्ठ नेताओं द्वारा नेतृत्व पर मनमानी और चापलूसी हावी होने के आरोप जगजाहिर है। कांग्रेस में न नेता और न ही कार्यकर्ता का सम्मान है। चौहान ने कहा कि आर्य जब भाजपा में आये तो पार्टी ने उनको वह सम्मान दिया जो उनको कांग्रेस में नहीं मिला। आर्य जब कांग्रेस में वापस गये तो उस समय भी और उससे पहले कभी भाजपा में उपेक्षित होने पर कुछ नहीं बोले। चुनाव से पहले जरूर कांग्रेस ने ऐसा कुचक्र चलाने की कोशिश की,लेकिन जनता ने उसके मन्सूबे पढ़ लिए और कांग्रेस को जनता ने फिर बाहर का रास्ता दिखा दिया। जहां द्लित समुदाय के हितो की बात है तो कांग्रेस ने हमेशा इस वर्ग को वोट बैंक समझा और आज द्लित समुदाय कांग्रेस से दूर हो गया। चौहान ने कहा है कि भाजपा सामाजिक न्याय के पथ पर चलकर भाजपा अनुसूचित जाति,जनजाति और पिछड़े वर्गो को समुन्नत बनाने का कार्य कर रही है। यह बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर का महत्वाकांक्षी स्वप्न था, वे समाज के पिछड़े वर्ग को जो आर्थिक, सामाजिक तथा राजनैतिक दृष्टि से बहुत पीछे था उसे आगे लाना चाहते थे ताकि वो समाज की मुख्य धारा मैं आकर समाज के लिए उपयोगी बन सके और अपना जीवन स्तर सुधार सकें।